Pali: राजस्थान के पाली जिले के सेदिया गांव में मनरेगा के तहत एक सड़क के निर्माण कार्य में मजदूरों की जगह कुत्तों की फोटो लगाने का मामला सामने आया है. ये गांव रानी पंचायत समिति के ग्राम पंचायत ईटंदरा के अंतर्गत आता है. मेट ने पोर्टल पर दो कुत्तों की फोटो अपलोड कर दी. इसके बाद पोर्टल पर 9 मजदूरों की हाजिरी भी लगा दी गई.
तस्वीर सामने आई तो मेट को किया ब्लैक लिस्ट
तस्वीर सामने आने पर इसकी शिकायत की गई. लोकपाल चैनसिंह पंवार के आदेश पर बीडीओ ने मेट अरविंद कुमार को एक साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया है.
मजदूरों की जगह कुत्तों की फोटो ले ली
नगर परिषद मनरेगा अधिशाषी अभियंता हरिसिंह राजपुरोहित ने बताया, “15 अप्रैल को बेरा चोसिया से बेरा कुमारी वाला तक ग्रेवल सड़क का निर्माण चल रहा था. मेट को हाजिरी के दौरान मजदूरों की फोटो लेनी चाहिए थी, मगर उसने मजदूरों की फोटो लेने के बजाय, कुत्तों की फोटो ले ली और उसे पोर्टल पर अपलोड भी कर दिया.”
उन्होंने बताया कि मामला सामने आने पर जांच की गई. 30 अप्रैल को मेट को एक साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया गया. उस दिन काम करने वाले मजदूरों की हाजरी को शून्य कर दिया गया.
"कार्य स्थल पर मजदूर नहीं थे तो कुत्तों की फोटो अपलोड की"
लोकपाल चैनसिंह पंवार का कहना है कि कुत्तों की फ़ोटो अपलोड करने की शिकायत आई जिसके बाद एक पत्र रानी के बीडीओ को भेज दिया गया था. इसके बाद मेट को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया.
उन्होंने कहा,"जिस तरह से पोर्टल पर कुत्ते की फ़ोटो अपलोड की गई, इसमें मेट की लापरवाही सामने आ रही है. यह फोटो जानबूझ कर अपलोड की गई है, क्योंकि कार्य स्थल पर श्रमिक थे ही नहीं तो किसकी फ़ोटो अपलोड करता."
NMMS एप पर अपलोड किया था फोटो
मेट ने NMMS एप पर 15 अप्रैल को दो कुत्तों का फोटो अपलोड किया था. पोर्टल पर एक बार फोटो अपलोड होने के बाद उसे हटाया नहीं जा सकता और न ही उसे एडिट किया जा सकता है.
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