
Naresh Meena Came out From Jail: टोंक के समरावता गांव में उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा के मामले में आरोपी नरेश मीणा 240 दिन बाद जेल से बाहर आ गए हैं. शुक्रवार को राजस्थान हाई कोर्ट ने उनकी ज़मानत याचिका मंजूर की थी. देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान समरावता गांव के एक बूथ पर निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने वहां मौजूद SDM को थप्पड़ मार दिया था जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था. नरेश मीणा को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने गांव में कार्रवाई की थी, जिसमें कई लोगों को चोटें आई थीं. ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस ने गांव वालों के साथ हिंसा की थी. घटना के दूसरे दिन पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार किया.
सीधे जाएंगे समरावता
ज़मानत मिलने के बाद नरेश मीणा ने एक्स पर ट्वीट करते हुए जानकारी दी थी कि वो जेल से बाहर आने के बाद सीधे समरावता गांव जाएंगे. वो टोंक की जेल से सीधे समरावता के लिए रवाना हो गए हैं. ज़मानत के बाद नरेश ने कहा था, ''सत्यमेव जयते! आज माननीय हाईकोर्ट ने मुझे 240 दिन जेल में रहने के बाद जमानत दी है !''

राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के दौरान SDM थप्पड़ कांड का मामला काफी चर्चाओं में था.
उन्होंने लिखा ''इस दौरान जितने भी शुभचिंतकों ने मेरा, समरावता गांव वासियों और जेल में बंद रहे अन्य साथियों का न्याय की लड़ाई में साथ दिया, उन सभी का तहेदिल से धन्यवाद ! मैं टोंक जेल से 14 जुलाई को शाम 3 बजे बाहर आऊंगा और वहां से सीधा समरावता गाँव की पावन भूमि को नमन करूंगा ! इंकलाब जिंदाबाद''
समर्थकों में छाई खुशी की लहर
शुक्रवार (11 जुलाई) को राजस्थान हाईकोर्ट से उन्हें ज़मानत मिल गई, जिसके बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई. उनकी रिहाई के मद्देनज़र टोंक में बड़ी संख्या में उनके समर्थकों के जुटने की उम्मीद है. नरेश मीणा पिछले आठ महीनों से न्यायिक हिरासत में थे.
उनके वकील फतेहराम मीणा लगातार उनकी ज़मानत याचिका पर अदालत में पैरवी कर रहे थे. शुक्रवार को बाद ज़मानत मिलने पर उनके वकील भी काफ़ी भावुक हो गए थे. उन्होंने इसे क़ानूनी जीत के साथ-साथ न्याय में विश्वास की जीत भी बताया था.
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