
Rajasthan News: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कई टीमें गुरुवार सुबह से राजस्थान में 24 जगहों पर छापेमारी कर रही हैं. यह कार्रवाई नेक्सा एवरग्रीन प्रोजेक्ट के नाम पर 2700 करोड़ रुपये की ठगी के मामले से जुड़ी है. इसी के चलते जयपुर, सीकर, जोधपुर और झुंझुनूं में ईडी एक साथ रेड कर रही है. सीकर के पनलावा सहित अन्य तीन ठिकानों पर कार्रवाई हो रही है. जबकि जोधपुर में ईडी की टीम दो दिन से फाइल खंगालने में लगी हुई है.
नेक्सा फ्राॅड से जुड़ा मामला
नेक्सा एवरग्रीन प्रोजेक्ट के नाम पर लोगों से रुपए निवेश करवाए गए और बदले में उन्हें फ्लैट, जमीन या ज्यादा ब्याज दर के साथ रुपए लौटाने का वादा किया गया था. लेकिन बाद में इन वादों को पूरा नहीं किया गया और लोगों के साथ ठगी की गई.
70 हजार लोगों के साथ हुई ठगी
यह सब साल 2018-19 में हुआ. राजस्थान सहित कई राज्यों में लगभग 70,000 लोगों को निवेश के नाम पर ठगा गया. कंपनी के मालिकों, रणवीर बिजारनिया और सुभाष बिजारनिया, पर आरोप लगे कि उन्होंने निवेशकों को 14 महीने में दोगुना रिटर्न का वादा किया और विश्वसनीयता के लिए प्रधानमंत्री की तस्वीर का दुरुपयोग किया. कंपनी ने धोलेरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में निवेश की आड़ में लोगों से भारी-भरकम रकम जुटाई और बाद में फरार हो गई.
राजस्थान में दर्ज हुई थीं 103 FIR
राजस्थान पुलिस ने इस मामले में जयपुर, सीकर, झुंझुनू और जोधपुर में 103 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं. सीकर पुलिस ने मार्च 2023 में चार आरोपियों, अमरचंद ढाका, रणवीर बिजारनिया, सुभाष बिजारनिया और उपेंद्र को गिरफ्तार किया था. ईडी ने अब इस मामले में गहन जांच शुरू की है और अलवर CGST आयुक्तालय ने 537 संपत्तियों को जब्त किया है, जिनकी कीमत करीब 48 करोड़ रुपये है.
टंकी पर चढ़कर हुआ था प्रदर्शन
लोगों ने अपने रुपये वापस पाने के लिए प्रदर्शन भी किया था. जयपुर में पिछले साल मार्च में लोगों ने टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन किया था. इस मामले की सीबीआई जांच की मांग भी की थी. यह मामला केवल राजस्थान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि गुजरात में भी इस कंपनी ने हजारों लोगों से धोखाधड़ी की है. गुजरात के धोलेरा में इनवेस्टमेट के नाम से मालिकों ने लोगों से रुपए निवेश करवाए थे. मामले में मालिकों पर सैकड़ों मुकदमे दर्ज हैं. ईडी ने पहले भी इस मामले में छापेमारी की थी, लेकिन आज सुबह से फिर से कार्रवाई शुरू की गई है.
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