Health News: भारतीय घरों की रसोई में कई ऐसे मसाले हैं जो सिर्फ स्वाद नहीं बढ़ाते बल्कि सेहत की रक्षा भी करते हैं. कलौंजी ऐसा ही एक छोटा काला दाना है जो अचार से लेकर सब्जियों तक में इस्तेमाल होता है. यह न सिर्फ भोजन को लजीज बनाता है बल्कि शरीर की कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि कलौंजी दिल की सेहत के लिए खास तौर पर फायदेमंद है. भारत सरकार का आयुष मंत्रालय भी कलौंजी के गुणों की तारीफ करता है और कहता है कि इसका सही सेवन कई रोगों से बचाव करता है.
दिल की सेहत का रखवाला
कलौंजी में पोषक तत्वों का भंडार है जो हृदय को स्वस्थ रखते हैं. यह हृदय रोगों का खतरा कम करता है और ब्लड प्रेशर को संतुलित बनाए रखता है. इसके तत्व रक्त नलिकाओं को मजबूत बनाते हैं और खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा घटाते हैं. कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन कम करके दिल को फिट रखते हैं. अगर आप रोजाना थोड़ी कलौंजी खाएं तो दिल की बीमारियां दूर रहेंगी. मंत्रालय के अनुसार यह दाना दिल की धड़कन को नियमित रखने में भी सहायक है.
पाचन तंत्र को देता राहत
कलौंजी सिर्फ दिल तक सीमित नहीं है. यह पेट की सेहत के लिए भी कमाल का है. आंतों में सूजन घटाता है और कब्ज अपच गैस जैसी दिक्कतों से छुटकारा दिलाता है. रोजाना इसका सेवन करने से पाचन क्रिया सुचारू रहती है और शरीर हल्का महसूस होता है. एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि कलौंजी को भोजन में मिलाकर खाएं तो पेट की समस्याएं खुद-ब-खुद दूर हो जाती हैं.
वजन घटाने और त्वचा की चमक
कलौंजी में फैटी एसिड और अन्य तत्व हैं जो शरीर की अतिरिक्त चर्बी पिघलाते हैं. यह वजन नियंत्रित करने में मदद करता है और मोटापे से बचाता है. इसके अलावा कलौंजी का तेल त्वचा और बालों के लिए वरदान है.
यह मुंहासे दाग-धब्बे और संक्रमण से रक्षा करता है. एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण त्वचा को नरम बनाते हैं और बालों को मजबूत. अगर आप सुंदर त्वचा चाहते हैं तो कलौंजी तेल का इस्तेमाल जरूर करें.
डायबिटीज पर काबू पाने का साथी
डायबिटीज के रोगियों के लिए कलौंजी एक बड़ा सहारा है. यह खून में ग्लूकोज की मात्रा नियंत्रित करता है और इंसुलिन के काम को बेहतर बनाता है. नियमित सेवन से शुगर लेवल संतुलित रहता है और बीमारी पर काबू पाया जा सकता है.
आयुष मंत्रालय कलौंजी को डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए सुझाता है. कलौंजी का सेवन आसान है. इसे पानी में भिगोकर पी सकते हैं या भोजन में मिला सकते हैं. लेकिन ज्यादा मात्रा में न लें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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