Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर शहर में सर्दी की शुरुआत हो चुकी है. ठंडी हवाओं ने लोगों को गर्म कपड़े निकालने पर मजबूर कर दिया है. लेकिन इस मौसम का एक अलग असर पड़ा है लद्दाख के मशहूर पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर. वे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं.
यहां की सूखी ठंड उन्हें अपने घर लद्दाख की बर्फीली हवाओं की याद दिला रही है. उनकी पत्नी गीतांजलि जे. आंगमो ने हाल ही में जेल में उनसे मिलकर इस बारे में बताया. सोनम ने कहा कि ये हवाएं उन्हें घर जैसा महसूस कराती हैं लेकिन प्रदूषण मिलने से दुख होता है.
ठंडी हवाओं में घर की झलक
सोनम वांगचुक लद्दाख से करीब 1700 किलोमीटर दूर जोधपुर में हैं. फिर भी ठंडी उत्तरी हवाएं जो उच्च हिमालय से आती हैं उन्हें घर की याद दिलाती हैं. ये हवाएं पूरे उत्तर भारत में ठंड फैला रही हैं. गीतांजलि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सोनम के शब्द साझा किए.
सोनम ने बताया कि जब ये हवाएं आती हैं तो लगता है जैसे लद्दाख में हैं. लेकिन औद्योगिक प्रदूषण इनमें मिलकर हवा की गुणवत्ता खराब कर देता है. एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ जाता है जिससे उन्हें दुख होता है. वे सोचते हैं कि ताजी हवा और पानी की कीमत पर तेज विकास और जीडीपी की दौड़ कितनी बेकार है. सोनम जैसे सच्चे पर्यावरण प्रेमी जेल में भी इन मुद्दों पर विचार करते रहते हैं.
दो रेगिस्तानों की समान कहानी
सोनम ने अपनी पत्नी से लद्दाख और जोधपुर के मौसम की तुलना की. लद्दाख का ठंडा रेगिस्तान जहां तापमान माइनस 30 डिग्री तक गिर जाता है और राजस्थान का गर्म रेगिस्तान जहां गर्मी प्लस 50 डिग्री तक पहुंचती है दोनों में एक समानता है. दोनों जगहों का जीवन हिमालय से जुड़ा है. हिमालय के ग्लेशियरों से पिघला पानी इंदिरा गांधी नहर के जरिए राजस्थान पहुंचता है. इस नहर से लाखों लोग पानी पाते हैं.
सोनम कहते हैं कि लद्दाख के लोग भी इसी पानी पर निर्भर हैं. इसलिए वे सभी से अपील करते हैं कि पानी की हर बूंद को बचाएं. नए साल के संकल्प के रूप में हाथ जोड़कर वे कहते हैं पानी की कद्र करें बर्बादी रोकें क्योंकि हर बूंद महत्वपूर्ण है. जेल में रहते हुए भी उनकी ये सोच दिखाती है कि वे कितने समर्पित शिक्षक और पर्यावरणविद् हैं.
जोधपुर में सर्दी का बढ़ता असर
शहर में नवंबर महीने से ठंड बढ़ गई है. शुरुआत में अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री था लेकिन अब न्यूनतम 10 डिग्री के आसपास पहुंच गया है. 18 नवंबर को न्यूनतम 11 डिग्री और अधिकतम 28 डिग्री दर्ज हुआ. मौसम विभाग कहता है कि इस महीने औसत अधिकतम 28 से 30 डिग्री और न्यूनतम 13 से 17 डिग्री रहता है. लेकिन इस बार थोड़ा ज्यादा ठंडा है.
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से ठंडी हवाएं चल रही हैं जो लद्दाख जैसी सूखी ठंड पैदा कर रही हैं. सुबह कोहरा दिख सकता है लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है. रातें खासकर ठंडी हो रही हैं जो लोगों को घर में रहने पर मजबूर कर रही हैं.
दिसंबर में और सर्द होंगी रातें
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिसंबर में ठंड और तेज होगी. औसत अधिकतम तापमान 25 से 27 डिग्री रहेगा जबकि न्यूनतम 10 से 12 डिग्री तक गिर सकता है. रातों में तापमान 8 से 10 डिग्री तक पहुंच सकता है.
दिन में सूरज निकलने के बाद गुनगुनी धूप रहेगी लेकिन शाम होते ही ठंड बढ़ जाएगी. पूरे महीने बारिश बहुत कम सिर्फ 2 से 3 मिलीमीटर औसतन होगी. धूप के घंटे 9 से 10 रहेंगे जो पर्यटकों को आकर्षित करेंगे.
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