
National Chambal Gharial Wildlife Sanctuary: राजस्थान विधानसभा में चंबल घड़ियाल अभ्यारण्य में गिर रहे गंदे पानी और उससे जलीय जीवों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर भाजपा विधायक संदीप शर्मा ने सवाल उठाया. इस पर मंत्री संजय शर्मा ने स्वीकार किया कि चंबल में गंदे पानी का गिरना जलीय जीवों के लिए नुकसानदायक है और इसे रोकने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा गया है.
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि चंबल में गंदे पानी का प्रवाह रोका जाए. साथ ही कोटा को घड़ियाल सेंचुरी से मुक्त करने की कार्ययोजना प्रक्रियाधीन है.
''अधिकारी खुद मान रहे हैं कि चंबल में गंदा पानी गिर रहा है''
विधायक संदीप शर्मा ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि वन विभाग के अधिकारी खुद मान रहे हैं कि चंबल में गंदा पानी गिर रहा है, लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.
कई दुर्लभ प्रजातियों का स्थान
चंबल घड़ियाल अभयारण्य महत्वपूर्ण वन्यजीव संरक्षित क्षेत्र है. यह अभ्यारण चंबल नदी के किनारे फैला हुआ है. यह अभयारण्य मुख्य रूप से संकटग्रस्त दुर्लभ घड़ियालों के संरक्षण के लिए जाना जाता है. इसके अलावा, यहां मगरमच्छ, गंगा डॉल्फिन, ऊदबिलाव और कई प्रकार के कछुए भी पाए जाते हैं. यह क्षेत्र पक्षी प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है, क्योंकि सर्दियों में यहां प्रवासी पक्षियों का भी घर होता है.
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