
भारतीय कर प्रणाली में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देने वाले उद्यमियों को जब सम्मानित किया जाता है, तो यह देश के औद्योगिक भविष्य की दिशा तय करता है. इसी क्रम में जीएसटी विभाग ने पैंथर ई-रिक्शा के एमडी राजीव गुप्ता को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है. यह सम्मान उन्हें GST अनुपालन, पारदर्शी कारोबार और मेक इन इंडिया पहल में योगदान के लिए प्रदान किया गया.
यूपी के मेरठ के मोहकमपुर में स्थित इस कंपनी ने न सिर्फ उत्तर भारत में बल्कि अब राजस्थान के कई शहरों जयपुर, कोटा, अजमेर, जोधपुर और उदयपुर तक अपनी मजबूत उपस्थिति बना ली है. इन शहरों में कंपनी के शोरूम्स और डीलर नेटवर्क तेजी से विस्तार कर रहे हैं, जो राजस्थान को भी ई-मोबिलिटी के नक्शे पर प्रमुखता से ला रहे हैं.
जीएसटी विभाग से क्यों मिला सम्मान
राजीव गुप्ता की अगुवाई में पैंथर ई-रिक्शा ने न सिर्फ ई-वाहन निर्माण क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है, बल्कि वित्तीय अनुशासन और कर प्रणाली के प्रति ईमानदारी में भी मिसाल कायम की है. जीएसटी जैसी कर प्रणाली में समय पर रिटर्न फाइल करना, पारदर्शी लेन-देन को बढ़ावा देना और सरकार के साथ सहयोगपूर्ण रुख अपनाना उनकी कंपनी की प्रमुख नीतियों में शामिल है.
95 प्रतिशत मेड इन इंडिया पार्ट्स का इस्तेमाल
कंपनी का फोकस सिर्फ वाहन निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मेक इन इंडिया अभियान को मजबूती देने की दिशा में भी काम कर रही है. वर्तमान में पैंथर ई-रिक्शा लगभग 95% भारत में निर्मित पार्ट्स का उपयोग कर रही है. यह न केवल देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता को दर्शाता है, बल्कि स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा देता है खासकर राजस्थान जैसे राज्यों में, जहां इलेक्ट्रिक वाहन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है.
राजस्थान में स्मार्ट सिटी मिशन को दे रहे बढ़ावा
राजस्थान में पैंथर ई-रिक्शा की उपस्थिति राज्य के स्मार्ट सिटी मिशन, प्रदूषण नियंत्रण और हरित ऊर्जा लक्ष्यों को भी गति दे रही है. जीएसटी विभाग द्वारा दिया गया यह सम्मान न केवल राजीव गुप्ता की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि पारदर्शिता और नवाचार के साथ काम करने वाले उद्यमियों को सरकार प्रोत्साहित करती है.