Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुजुर्ग लाभार्थियों को पेंशन नहीं मिलने का मुद्दा उठाते हुए रविवार को कहा कि इससे लाखों लाभार्थी परेशान हैं. उन्होंने झुंझुनूं में वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलने की एक खबर साझा करते हुए 'एक्स' पर लिखा, 'कृपया अपने हक के लिए आवाज नहीं उठाएं, राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार सो रही है, उनकी नींद खराब हो जाएगी.'
"कृपया अपने हक के लिए आवाज ना उठाएं, राजस्थान की भाजपा सरकार सो रही है, उनकी नींद खराब हो जाएगी।"
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 19, 2025
राजस्थान में हमारी सरकार ने न्यूनतम आय गारंटी कानून बनाया था जिसमें हर बुजुर्ग, दिव्यांग, विधवा इत्यादि को हर महीने पेंशन का अधिकार दिया गया है यानी राजस्थान सरकार इन कैटिगिरी में… pic.twitter.com/iL0hOZBJE7
गहलोत ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि 'राजस्थान में हमारी सरकार ने न्यूनतम आय गारंटी कानून बनाया था जिसमें हर बुजुर्ग, दिव्यांग, विधवा इत्यादि को हर महीने पेंशन का अधिकार दिया गया है यानी राजस्थान सरकार इन श्रेणियों में शामिल लोगों को पेंशन देने के लिए बाध्य है.'
'सरकार बुजुर्गों को कर रही गिरफ्तार'
गहलोत ने कहा कि 'झुंझुनूं में पेंशन ना मिलने पर अपने हक की फरियाद रखने आए बुजुर्ग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. ऐसे मामले में जहां पेंशन संबंधी कानून का पालन ना करवा पाने पर जिम्मेदार कार्मिकों पर कार्रवाई होनी चाहिए थी. वहां सरकार अपनी शिकायत दर्ज करवाने वाले बुजुर्ग को गिरफ्तार कर रही है.'
'कई महीनों से नहीं आ रही पेंशन'
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राजस्थान में लाखों पेंशन लाभार्थी इसी तरह परेशान हैं क्योंकि उनकी पेंशन कई महीनों से नहीं आ रही है. संभवतः उन पर दबाव बनाने के लिए ऐसी कार्रवाई की गई है.' गहलोत ने कहा कि 'यह पेंशन इन सभी लोगों की आजीविका निर्वहन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर महीने पूरे राजस्थान में प्राथमिकता के आधार पर सभी पात्र लोगों को पेंशन मिले.'
ये भी पढ़ें- CM भजनलाल शर्मा के बालोतरा रिफाइनरी दौरे से राजस्थान में राजनीति तेज, अशोक गहलोत से भिड़े भाजपा के दो कद्दावर नेता