Rajasthan News: राजस्थान मे सबसे अधिक बारां जिले में आदिवासी सहरिया जाति/ समुदाय के लोग निवास करते हैं. इनका जीवन स्तर आज भी आम लोगों की अपेक्षा बहुत नीचे है. आज भी यह लोग पूरी तरह से जगंल व जमीन पर ही निर्भर हैं. इस क्षेत्र के लोग आज भी कई मूलभूत सुविधाओ जैसे, शिक्षा, रोजगार, बिजली, पानी, सड़क, चिकित्सा, आदि से वंचित हैं. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में 15 जनवरी को जन मन महाअभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसको लेकर बारां जिले के आदिवासी क्षेत्र के 324 गावों को चिन्हित किया गया है.
विकास की योजना तैयार
पीएम-जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान की शुरुआत देश में पिछड़ी आदिवासी जनजाति से जुड़ा अभियान, आदिवासी जाति की सुविधाओं और उत्थान के कार्य, चिकित्सा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी, शिक्षा एवं रोजगार को लेकर करेगें. बारां जिले में प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी महाअभियान (पीएम जनमन) के क्रियान्वयन के लिए बारां मिनी सचिवालय सभागार में तात्कालिक जिला कलेक्टर नरेन्द्र गुप्ता की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में जनजाति आयुक्त ताराचन्द मीणा भी मौजूद रहे थे. पीएम जनमन योजना के तहत सहरिया जनजाति के परिवारों के जीवनस्तर में सुधार करने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से प्रस्ताव तैयार कर योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ सभी ग्रामीणों को मिले इसके लिए कार्य योजना बनाई गई है. इन बस्तियों तक पक्की सड़क, घर घर बिजली, शुद्ध पानी, पक्का मकान, शौचालय सहित केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ सभी ग्रामीण को मिले इसके लिए कार्य योजना तैयार की गई है.
33743 परिवार होंगे लाभान्वित
तात्कालिक बारां जिला कलेक्टर नरेन्द्र गुप्ता ने कहा था कि सहरिया जनजाति परिवारों की बसाहटों में बेहतर कार्य योजना बनाकर कार्य शुरू कर दिए गए हैं. उन्होने कहा था कि कोई भी पात्र हितग्राही योजना के लाभ से नहीं छूटना चाहिए. इसके लिए गंभीरता के साथ कार्य किया जा रहा है. तात्कालिक जिला कलेक्टर ने कहा कि पीएम जनमन योजना के तहत सहरिया परिवारों की बसाहटों में कार्य योजना बनाकर सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों को निर्धारित समय के भीतर शत प्रतिशत पूर्ण करना है. तात्कालिक बारां जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में 8 ब्लॉकों की 149 ग्राम पंचायत के 324 गांव एवं 75 ढाणियों में 33 हजार 743 परिवारों को लाभान्वित करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा आगामी 3 साल में निर्धारित लक्ष्य को हासिल किया जाएगा. सहरिया जनजाति के लोग आजादी के 75 वर्ष बीतने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वचिंत है. इस समुदाय के लोग कुपोषण के साथ एनीमिया से भी जूझते हैं.
जल्द ही मिलेंगी ये सुविधाएं
सहरिया जनजाति को अब इस पहल से यहां छोटी-छोटी बसाहट वाली बस्तियों तक पक्की सड़क पहुंचेंगी. 10 चलित चिकित्सा इकायों से इनका इलाज होगा. सभी के घरों में विद्युतीकरण के साथ आंगनवाड़ी केंद्र भी कम जनसंख्या के बाद भी खुलेंगे. वन धन विकास केंद्र भी खुलेंगे. नेटवर्क विहीन गांव में मोबाइल टावर, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल को लेकर भी विशेष जोर दिया जाएगा. गांव में छात्रावास भी शुरू होंगे। हर घर नल द्वारा पानी पहुंचाया जाएगा.
कार्यक्रम से अंजान हैं लोग
गौरतलब है कि पीएम जन मन योजना कार्यक्रम की शुरुआत पूरे देश में बारां जिले के समरानिया से की जा रही है, लेकिन इस कार्यक्रम के प्रचार प्रसार पर बारां जिला प्रशासन गम्भीर नहीं है. हालांकि जिला प्रशासन के अधिकारी तैयारियों को लेकर रोज समरानिया कस्बे का दौरा तो कर रहे हैं, लेकिन कार्यक्रम से आदिवासी क्षेत्र के लोग अंजान हैं. हालांकि पीएम जनमन योजना के तहत 15 जनवरी को समरानिया में प्रधानमंत्री सहरिया जनजाति के लाभार्थियों से जहां वर्चुअल संवाद करेंगे, वहां तैयारियां की जा रही हैं. बारां के समरानिया ग्राम पंचायत में कोटा संभागीय आयुक्त डॉ प्रतिभा सिंह और जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने संवाद स्थल का निरीक्षण किया है.