
Rajasthan: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (9 दिसंबर) से शुरू हो रहे ‘राइजिंग राजस्थान' वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन-2024 का उद्घाटन करेंगे. शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और उद्घाटन भाषण देंगे. कार्यक्रम में स्वागत भाषण मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे. इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में 32 देश भाग लेंगे, जिसमें 17 देश ‘पार्टनर कंट्री' होंगे.
कार्यक्रम में निवेशक और प्रतिनिधि शामिल होंगे
बयान के अनुसार, सम्मेलन में भाग लेने वाले देश के प्रमुख उद्योगपतियों में कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल, गौतम अदाणी, आनंद महिंद्रा, संजीव पुरी, अजय एस. श्रीराम शामिल हैं. यह सम्मेलन जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में आयोजित होगा. कार्यक्रम में 5,000 से अधिक गणमान्य व्यक्ति, कारोबार और व्यापार जगत के दिग्गज, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं, निवेशक, प्रतिनिधि और अन्य प्रतिभागी भाग लेंगे.
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30 लाख करोड़ रुपये के निवेश के MOU किए जा चुके हैं
बयान के अनुसार इस सम्मेलन से पहले 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के लिए करार (एमओयू) किये जा चुके हैं. उद्घाटन सत्र में कुछ प्रतिष्ठित उद्योगपति मुख्यमंत्री शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रमुख नीतिगत सुधारों और उसके जरिए राज्य में आ रहे बदलाव और कारोबार-व्यापार जगत की व्यावसायिक क्षमता के बारे में अपने-अपने विचार साझा करेंगे.
32 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं
इसके अलावा इस निवेश शिखर सम्मेलन में 32 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जिनमें 17 देशों की भागीदारी ‘पार्टनर कंट्री' के रूप में होने जा रही है. इस तीन दिवसीय निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिभागी देशों और राजस्थान के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए कुल आठ देशों के लिए राष्ट्रीय सत्र और राउंड टेबल का आयोजन भी किया जा रहा है.
17 देश पार्टनर कंट्री हैं
सम्मेलन में भाग लेने वाले 34 देशों में 17 देश ‘पार्टनर कंट्री' हैं, जिनमें डेनमार्क, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, स्पेन, क्यूबा, वेनेजुएला, मोरक्को, अर्जेंटीना, ब्राजील, कोस्टा रिका, नेपाल, ओमान, पोलैंड और थाईलैंड शामिल हैं. बांकी देश, जो विभिन्न क्षमताओं में इस इन्वेस्टमेंट समिट में भाग ले रहे हैं, उनमें अमेरिका, यूके, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, मिस्र, फिनलैंड, रूस, सेशेल्स, चाड, इक्वाडोर, घाना, इराक, मेडागास्कर, पैराग्वे और जिम्बाब्वे शामिल हैं.
तकनीकी परिवर्तनों और उभरते अवसरों पर चर्चा की जाएगी
इस तीन दिवसीय सम्मेलन के मुख्य आकर्षणों में उद्घाटन और ‘कंट्री सेशन्स' के अलावा, प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव, एमएसएमई कॉन्क्लेव और 12 क्षेत्रों के लिए थीमैटिक सत्र शामिल हैं. इन सत्रों में देश और दुनिया के कई विशेषज्ञ, उद्योग और व्यापार जगत के शीर्ष अधिकारी, केंद्र और राजस्थान सरकार के अधिकारी भाग लेंगे और इस दौरान संबंधित विषय से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों, तकनीकी परिवर्तनों और उभरते अवसरों पर चर्चा की जाएगी. 12 थीम आधारित सत्रों में महिला उद्यमिता, विनिर्माण, जल प्रबंधन और स्थिरता, सस्टेनेबल ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, सस्टेनेबल माइनिंग, स्टार्टअप, शिक्षा, सस्टेनेबल वित्त, कृषि-व्यवसाय, पर्यटन और इन्फ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन के नाम शामिल हैं.
10 दिसंबर को राजस्थानी कॉन्क्लेव का आयोजन होगा
ये सत्र आर्थिक विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए नवाचार, स्थिरता और समावेशिता का लाभ उठाने हेतु राजस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा करेंगे. बयान के अनुसार सम्मेलन के दूसरे दिन (10 दिसंबर) को प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में फैले हुए प्रवासी राजस्थानी को एक मंच पर लाना और उनके बीच आपसी सहयोग और राजस्थानी होने की भावना को बढ़ावा देना है.
इस सत्र में प्रवासी राजस्थानी समुदाय के प्रति राजस्थान सरकार की प्रतिबद्धता और राज्य सरकार द्वारा इसके तहत किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की जाएगी. एमएसएमई कॉन्क्लेव का आयोजन तीसरे दिन (11 दिसंबर) रखा गया है जिसमें इस क्षेत्र की भविष्य की चुनौतियों व तैयारी पर चर्चा की जाएगी. सम्मेलन का एक प्रमुख आकर्षण 'राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो' भी है.
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