Adivasi DNA Controversy: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदिवासियों के डीएनए जांच करने वाला बयान अब तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार को बांसवाड़ा सांसद और भारत आदिवासी पार्टी के नेता राजकुमार रोत डीएनए टेस्ट के लिए अपना ब्लड सैंपल लेकर मदन दिलावर के घर जा रहे थे. लेकिन उन्हें विधानसभा के सामने ही पुलिस ने रोक दिया. रोत के साथ गंगापुर सिटी से कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा और AICC सचिव धीरज गुर्जर भी मौजूद थे.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राजकुमार रोत ने कहा कि हमें पुलिस ने रोक लिया है. आज मैं मंत्री मदन दिलावर से कहा चाहता हूं कि या तो वो माफ़ी मांगे या फिर भारतीय जनता पार्टी उन्हें मंत्री पद से हटाए. उन्होंने कहा कि मदन दिलावर के बयान से आदिवासियों के सम्मान को ठेस पहुंची है. रोत ने कहा कि मंत्री के बयान का हम विधानसभा में भी विरोध करेंगे, लोकसभा में भी विरोध करेंगे'
राजकुमार रोत के साथ पहुंचे गंगापुर सिटी से कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा ने कहा 'हम यहां कोई लड़ाई नहीं करने आये हैं. हम बस ब्लड सैंपल देने आये हैं'.
क्या है पूरा ममला ?
दरअसल, बांसवाड़ा के सांसद राजकुमार रोत (BAP MP Rajkumar Roat) ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे हिंदू नहीं है. रोत के इस बयान पर बीते दिनों मदन दिलावर ने कहा कि आदिवासी हिंदू हैं या नहीं इसका डीएनए टेस्ट करवा लेंगे. दिलावर के इस बयान के बाद राजस्थान में आदिवासी हिंदू हैं या नहीं के मुद्दे पर राजनीति तेज हो गई. दिलावर के बयान पर पलटवार करते हुए राजकुमार रोत ने 22 जून को आदिवासियों का डीएनए टेस्ट करने के लिए खून का सैंपल शिक्षा मंत्री के सरकारी आवास पर भिजवाने की बात कही थी.
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