
Rajasthan: मेहंदीपुर में बालाजी महाराज, प्रेतराज सरकार और भैरव कोतवाल की मूर्तियां विराजमान हैं. मेहंदीपुर बालाजी में भक्त सबसे पहले हनुमान जी का दर्शन करते हैं. उसके बाद भैरव कोतवाल और फिर प्रेतराज सरकार का दर्शन करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रेतराज सरकार दुष्ट आत्माओं को दंड देते हैं, और उन्हें नियंत्रित करते हैं. मेहंदीपुर बालाजी में प्रेतराज सरकार शक्तिशाली देवता के रूप में पूजा जाता है. ऐसी मान्यत है कि इनकी पूजा करने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं.
बुरी आत्मा रहती हैं दूर
दौसा जिले बांदीकुई में बालाजी का मंदिर है. जहां पर दूर-दूर से हजारों लोग दर्शन करने के लिए जाते हैं. ऐसी मान्यता है कि यहां भूत-प्रेत की बाधा दूर होती है. बालाजी मंदिर में जाते ही जिनके ऊपर भूत-प्रेत का साया रहता है वो डांस करने लगते हैं. जोर-जोर से चिल्लाने लगते हैं. चीखते चिल्लाते हुए बालाजी के सामने माथा पटकते हैं. बाला जी के दर्शन से बुरी आत्मा दूर हो जाती है.

प्रेतराज सरकार की मूर्ति.
बालाजी के सामने लगाते हैं अर्जी
भूत-प्रेत को उतारने के लिए मेहंदीपुर में बालाजी के सामने अर्जी लगाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि अर्जी लगाते ही बालाजी खुद फैसला सुनाते हैं. अर्जी लगाते ही जिनके ऊपर बुरी आत्मा का साया रहता है, वो चिल्लाने लगता है. मंदिर में पेश से बचने की कोशिश करता है तो उसे वापस लाते हैं.
इस नियम का ध्यान रखना जरूरी
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के दर्शन के बाद 40 दिन तक लहसुन, प्याज, नॉनवेज और शराब का सेवन बंद कर देना चाहिए. बालाजी मंदिर के सामने राम और सीता जी का मंदिर है. उनका दर्शन करना जरूरी है. मेहंदीपुर बालाजी की आरती के समय केवल भगवान की तरफ ही देखें. इस समय पीछे मुड़कर देखना या इधर-उधर नहीं देखना चाहिए.
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