विज्ञापन

PTI भर्ती परीक्षा 2022 में फर्जीवाड़ा, 165 अभ्यर्थियों पर गिरी गाज, SOG जांच में हुए कई खुलासे

पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 में फर्जी डिग्री के जरिए नौकरी हासिल करने वाले 165 अभ्यर्थियों के खिलाफ एसओजी ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. जेएस यूनिवर्सिटी से जारी की गई फर्जी डिग्रियों के जरिए इन अभ्यर्थियों ने नौकरी हासिल की थी.

PTI भर्ती परीक्षा 2022 में फर्जीवाड़ा, 165 अभ्यर्थियों पर गिरी गाज, SOG जांच में हुए कई खुलासे
सांकेतिक तस्वीर.

Rajasthan News: पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. SOG ने फर्जी डिग्री के जरिए नौकरी हासिल करने वाले 165 अभ्यर्थियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है, जिसमें सांचौर और जालौर के 14 लोग शामिल हैं. यह डिग्रियां उत्तर प्रदेश की जेएस यूनिवर्सिटी से जारी की गई थीं, जिसे वर्ष 2017 से केवल दो वर्षीय बीएड कोर्स की 100 सीटों की मान्यता प्राप्त थी. SOG जांच में सामने आया कि सत्र 2017-19, 2018-20, 2019-21 और 2020-22 में सिर्फ एक ही अभ्यर्थी की मार्कशीट वैध पाई गईं, जबकि शेष अभ्यर्थियों ने या तो शिक्षा सत्र के बाद या भर्ती के समय डिग्रियां प्रिंट करवाई थीं. यूनिवर्सिटी के सर्वर एक्सेस से लिए गए बैकअप डेटा से इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है.

2082 लोगों ने जेएस यूनिवर्सिटी से डिग्री लेकर आवेदन किया

गौरतलब है कि निर्धारित 400 सीटों के बावजूद 2082 लोगों ने जेएस यूनिवर्सिटी से डिग्री लेकर पीटीआई भर्ती में आवेदन किया, जो सभी डिग्रियां फर्जी पाई गईं. SOG ने यूनिवर्सिटी के सर्वर ऑपरेटर मोहित गुप्ता को भी आरोपी बनाया है. जांच में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है. जांच में सामने आया की 26 अभ्यर्थी जिन्होंने आवेदन में जो शिक्षा सत्र चयन के बाद उसे अलग बताया, इनमें अधिकांश डिग्री 15 अक्टूबर को जारी हुई है.

  • 9 ऐसे अभ्यर्थी आवेदन में डिप्लोमा बताया, चयन बाद डिग्री जमा कराई.
  • 25 ऐसे अभ्यर्थी, जिन्होंने आवेदन में बीपीएड अन्य यूनिवर्सिटी से बताया और चयन के बाद जेएस की डिग्री प्रस्तुत की.
  • 43 ऐसे अभ्यर्थी, जिनकी डिग्री 25 सितंबर 2022 के बाद की है, विज्ञप्ति के अनुसार उससे पहले की होनी चाहिए.

सांचौर-जालोर के यह अभ्यर्थी जो फर्जी तरीके से बने PTI

1. आशीष सुथारः चितलवाना के मालवाड़ा का निवासी है. जेएस विवि से 2019 में बीपीएड की डिग्री प्राप्त करना बताया. चयन के बाद पकड़ में ना आए इसलिए, बाड़मेर जिले में पोस्टिंग मांगी. 19 सितंबर 2023 को गुड़ामालानी ब्लॉक के पनावली राउप्रावि में ज्वॉइन किया. बाद में गड़बड़ी सामने आने के बाद विभाग ने उसे 16 जनवरी 2025 को सेवा से बर्खास्त कर दिया.

2. इंदुबाला: चितलवाना के मालवाड़ा में जैता की नाड़ी निवासी है. जेएस विवि की 2022 में ली हुई बीपीएड की डिग्री दिखा नौकरी हासिल की. पकड़ में आने से बचने के लिए नौकरी के लिए जोधपुर जिला चुना. जोधपुर में लूणी के बिरामी के पास मियासनी राउप्रावि स्कूल में 19 सितंबर 2023 को ज्वॉइन किया.

3. मैनका कुमारी: सांचौर में सरनाऊ ब्लॉक के गुंदाऊ में कबूली की दाणी निवासी है. 2021 में जेएस विवि से बीपीएड की डिग्री प्राप्त करना बताया. नौकरी पाने के बाद 11 सितंबर 2023 को चितलवाना ब्लॉक के परावा स्थित राउमावि में ज्वॉइन किया.

4. नरेश कुमार: जालोर के चितलवाना में शेरणियों की ढ़ाणी निवासी नरेश कुमार पुत्र रघुनायारामको जिला ही नहीं मिला.

5. विक्रम कुमार: बागोड़ा तहसील के वाडा भाडवी का निवासी है. जेएस विवि से 2019 में बीपीएड की डिग्री बता नौकरी पाई. इसने भी बाड़मेर जिला चुना. 12 सितंबर 2023 को गुड़ामालानी के रोली ग्राम पंचायत में राउप्रावि सनवाड़ा खुर्द में ज्वॉइन किया. इसे भी गड़बड़ी सामने आने के बाद 15 जनवरी 2025 को सेवा से बर्खास्त कर दिया.

6. महेंद्र कुमारः सरनाऊ में गुंदाऊ के पास सेडिया का निवासी है. जेएस विवि से 2020 की बीपीएड डिग्री दिखा नौकरी हासिल की. पकड़े जाने से बचने के लिए बाड़मेर जिला चुना. 14 सितंबर 2023 को धोरीमन्ना के लूख पंचायत में रावों की बेरी स्थित राउप्रावि में ज्वॉइन किया. बाद में पकड़े जाने पर उसे 15 जनवरी 2025 को बर्खास्त कर दिया.

7. रमेश कुमार: सांचौर के खारा निवासी रमेश कुमार पुत्र शंकरा राम को विभाग ने पोस्टिंग ही नहीं दी. एसओजी ने जांच के बाद उसके विरुद्ध 19 अप्रैल 2024 को डमी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलाने का केस दर्ज किया.

8. एलची: सांचौर के पालडी सोलंकियान में जांगुओं की ढाणी निवासी है. जेएस विवि से 2022 में बीपीएड की डिग्री हासिल करना बता नौकरी प्राप्त की. उसकी नियुक्ति को कुछ समय के लिए रोका गया था. बाद में चितलवाना के काछेला पंचायत में राउप्रावि बागसरी में 15 मार्च 2024 को ज्वॉइन किया. 10 माह बाद 16 जनवरी 2025 को उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया.

9. जालारामः चितलवाना ब्लॉक के वीरावा पंचायत में मेधावा का निवासी है. जेएस विवि से 2022 की बीपीएड डिग्री बता नौकरी पाई. खुद के गांव में मेधावा में ही नौकरी मिली. 20 सितंबर 2023 को ज्वॉइन किया.

10. नरेंद्र कुमार: सांचौर के करावड़ी निवासी है. जेएस विवि की फर्जी डिग्री से नौकरी प्राप्त की. उसने 4 अक्टूबर 2023 को सांचौर के कारोला गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में ज्वॉइन किया.

11. भगवत सिंहः जालोर ब्लॉक के नून का निवासी है. जेएस विवि से 2021 की डिग्री हासिल करना बता नौकरी प्राप्त की. पकड़े जाने से बचने को पाली जिला चुना. 12 सितंबर 2023 को पाली के रोहट तहसील में राबाउप्रावि गलावास में ज्वॉइन किया. हालांकि बाद में गड़बड़ी पकड़ में आई और 15 जनवरी 2025 को उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया.

12. प्रकाश कुमार: बागरा रेलवे स्टेशन के पास का निवासी है. जेएस विवि से 2021 में बीपीएड की डिग्री से नौकरी पाई. जालोर के चूरा राउमावि में 11 सितंबर 2023 को ज्वॉइन किया.

13. अशोक कुमारः सांचौर के सांकड़ का निवासी है. जेएस विवि की 2022 की डिग्री से नौकरी हासिल की. 15 मार्च 2024 को रानीवाड़ा ब्लॉक के मैत्रीवाड़ा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में ज्वॉइन किया.

14. विजेंद्र खुड़खुड़िया: जालोर में मुडवा के सेननी निवासी विजेंद्र खुड़खुड़िया पुत्र रामनिवास ने जेएस विवि से डिग्री प्राप्त करना बताकर नौकरी पाई. उसने जोधपुर जिला चुना, लेकिन उसे पोस्टिंग नहीं मिली.

ये भी पढ़ें:- वसुंधरा राजे के बाद अब भजनलाल शर्मा ने की पीएम मोदी से मुलाकात, जानें क्या हैं इसके सियासी मायने

यह VIDEO भी देखें

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close