
Jaisalmer News: जैसलमेर में एक बार फिर शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. देश में जहां 'बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ' को लेकर प्रयास किए जा रहे है, वहीं, दूसरी तरफ आज भी बेटी के जन्म को कुछ लोग अभिशाप मानते है. जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दूर रामदेवरा कस्बा में शनिवार सुबह को एक जीवित नवजात शिशु मिलने से सनसनी फैल गई. घटना पोकरण रामदेवरा के बीच मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित धर्मशाला के पीछे सुनसान इलाके की बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार रामसरोवर तालाब से निकलने वाली नदी के पास एक खाली जमीन से गुजर रही एक महिला यात्री को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. जिस पर महिला ने दुकानदार को बताया. जिसके बाद दुकानदार ने मौके पर जाकर देखा कि वहां एक नवजात नजर आया. पहले तो व्यापारी चौंक गए, लेकिन जब पास जाकर देखा तो पाया कि भ्रूण जीवित है और एक कन्या शिशु है.
मौके पर पहुंची पुलिस
दुकानदार ने यह पूरी जानकारी रामदेवरा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी. सूचना मिलते ही रामदेवरा पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामदेवरा पहुंचाया. वहां कार्यरत चिकित्सकों ने तुरंत बच्ची का प्राथमिक उपचार के बाद पोकरण रेफर किया गया, जहां से अब नवजात की मेडिकल कंडीशन को देखते हुए जैसलमेर रेफर किया गया है.
उसके शरीर पर कपड़ा तक नहीं था
पुलिस का कहना है कि नवजात का जन्म लगभग 3 से 4 घंटे पहले ही हुआ होगा और उसके शरीर पर कपड़ा तक नहीं था. सूचना पर पुलिस ने नवजात को मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भेजा और मौका मुआयना किया ह. वहीं, संभावना यह भी जताई जा रही है कि इस नवजात को इसकी माँ ने देर रात जन्म होते ही फेक दिया होगा.यह मामला मामवता को शर्मसार करने वाला है.
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