
Rajasthan Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में चुनावी प्रचार अपने अंतिम दौर में है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी के चलते आज बाड़मेर जिले के शिव और सिवाना विधानसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) विरोधियों के खिलाफ गरजते हुए दिखाई देंगे. योगी आदित्यनाथ शनिवार दोपहर 2 बजे बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा में जनता को संबोधित करेंगे. वहीं दोपहर बाद 4 बजे सिवाना में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगे. योगी आदित्यनाथ की इन जनसभाओं को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में हैं.
शिव में अपनों से घिरी भाजपा
शिव विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने जिलाध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन भाजपा के लिए इस बार अपनों ने ही मुश्किलें खड़ी कर दी है. यहां से टिकट नहीं मिलने से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक एवं पूर्व जिला अध्यक्ष जालम सिंह रावत ने पार्टी छोड़कर हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का दामन थाम लिया और आरएलपी ने उन्हें शिव विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. वहीं जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के निर्दलीय छात्र संघ अध्यक्ष रहे रविंद्र सिंह भाटी कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे. वह शिव विधानसभा सीट से ही टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दी, जिसके बाद रविंद्र सिंह भाटी ने पार्टी में शामिल होने के 9 दिन बाद ही बगावत करते हुए निर्दलीय चुनावी मैदान में ताल ठोक दी. इसके बाद बाड़मेर जिले की यह सीट प्रदेश में लाइमलाइट में आ गई है. शिव विधानसभा क्षेत्र के युवाओं में रविंद्र सिंह भाटी को लेकर खासा क्रेज देखने को मिल रहा है, जिसका सीधा असर भाजपा के कोर वोटर्स पर देखने को मिल रहा है. ऐसे में योगी आदित्यनाथ इस जनसभा के जरिए भारतीय जनता पार्टी से किसके कोर वोटर को साधने का प्रयास करेंगे.
सिवाना से भीतरघात का खतरा
बाड़मेर जिले की सिवाना विधानसभा सीट इस बार नया जिला बनने के बाद बालोतरा जिले में आ गई है. इस विधानसभा सीट से लगातार दो बार से भारतीय जनता पार्टी के हमीर सिंह भायल विधायक हैं. पार्टी ने इस बार भी हमीर सिंह भायल को ही प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है. सिवाना विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी से दावेदारों की लंबी लिस्ट थी, लेकिन हमीर सिंह भायल टिकट की लड़ाई जीतने में कामयाब रहे. ऐसे में उनके लिए अपनी ही पार्टी के नेता नेताओं से भीतर घात का खतरा बना हुआ है, और लगातार 10 सालों से विधायक हमीर सिंह भायल के विरुद्ध सता विरोधी लहर भी देखने को मिल रही है. कांग्रेस ने इस सीट से भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए दिग्गज राजपूत नेता और पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह जसोल को मैदान में उतारा है और कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज दिग्गज नेता सुनील परिहार निर्दलीय रूप से चुनावी मैदान में है. ऐसे में सिवाना विधानसभा सीट से इस बार सभी प्रत्याशियों में जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है. योगी आदित्यनाथ का सिवाना का यह दौरा भारतीय जनता पार्टी के लिए संजीवनी का काम कर सकता है.