Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान का चुनावी रण जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस बार कई विधायकों का टिकट काट दिया है, और उनकी जगह सांसदों पर दांव लगाया है. इसी के चलते 41 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 7 सांसदों को जगह मिली. लेकिन अब ये संख्या बढ़ने की खबरें मिल रही हैं.
70 से 80 नामों पर मंथन
सूत्रों की मानें तो बीजेपी 3 और सांसद/केंद्रीय मंत्री को टिकट देने पर विचार कर रही है, जिनके नामों का ऐलान उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में किया जा सकता है. आज दिल्ली में बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक (BJP CEC Meeting) भी होने वाली है, जिसमें 70 से 80 उम्मीदवारों के नाम पर मंथन होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के तुरंत बाद दूसरी सूची कभी भी आ सकती है.
इनके नाम की हो रही चर्चा
जिस सांसद और केंद्रीय मंत्री को बीजेपी चुनावी मैदान में उतारने के बारे में विचार कर रही है, उसके लिए कई नाम सामने आए हैं. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat), केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) और कैलाश चौधरी (Kailash Choudhary) की हो रही है. राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर बीजेपी ये फैसला ले लेती है तो प्रदेश में शुरू हुई नेताओं की बगावत एक नया रूप ले सकती है.
कई सीटों पर जारी घमासान
दरअसल, राजस्थान में जिस दिन से भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की, तभी से पार्टी में घमासान मचा हुआ है. बात चाहे सांचौर विधानसभा सीट की हो या फिर झोटवाड़ा सीट की, जिन सीटों पर सांसदों को प्रत्याशी बनाया गया है, उनका स्थानीय स्तर पर जमकर विरोध हो रहा है. नागर सीट, किशनगढ़, तिजारा, देवली-उनियारा इन सभी सीटों पर विरोध बढ़ता जा रहा है. हालांकि बीजेपी का कहना है कि उसने पार्टी हित में ये फैसला लिया है और समय के साथ सब कुछ ठीक हो जाएगा.