![Rajasthan: राजस्थान के इन हाईवे पर किसानों का चक्का जाम का आह्वान, हाई अलर्ट पर कई जिलों की पुलिस Rajasthan: राजस्थान के इन हाईवे पर किसानों का चक्का जाम का आह्वान, हाई अलर्ट पर कई जिलों की पुलिस](https://c.ndtvimg.com/2025-02/d9uq8b78_farmer-protest-bikaner_625x300_15_February_25.jpg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Farmer Protest In Bikaner: राजस्थान में अच्छी बारिश और कड़ाके की सर्दी के बाद अब धीरे-धीरे गर्मी की शुरुआत हो गई है. रबी की फसलों का समय भी नजदीक आ गया है. ऐसे में किसानों को सिंचाई के लिए पानी की चिंता सता रही है. इसी कड़ी में बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर समेत कई जिलों के किसानों ने रबी की फसलों के लिए इंदिरा गांधी नहर से अतिरिक्त सिंचाई पानी की मांग को लेकर आज यानी शनिवार ( 15 फरवरी ) को हाइवे पर चक्का जाम करने की चेतावनी प्रशासन को दी है.
सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसान करेंगे हाईवे जाम
सिंचाई पानी की मांग को लेकर जिले के लूणकरनसर से खाजूवाला तक के किसानों ने शनिवार को सतासर के पास नेशनल हाईवे-911 और 620 आरडी तथा घड़साना टोल नाके पर बीकानेर-श्रीगंगानगर नेशनल हाईवे जाम करने का ऐलान किया है. हाईवे जाम करने को लेकर श्रीगंगानगर जिले के किसान सुभाष बिश्नोई ने कहा कि अगर सरकार हमें अतिरिक्त सिंचाई पानी दे तो हमारी मेहनत बच सकती है. लेकिन उन्होंने पानी रोक दिया है, जिससे हमारी फसलें सूखने की कगार पर हैं.
किसानों को चाहिए एक हजार क्यूसेक पानी
दरअसल, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और जैसलमेर जिलों में सिंचाई का पानी पंजाब से आने वाली नहरों से प्राप्त होता है. इसके साथ ही नहरें जोधपुर-बाड़मेर तक के क्षेत्र को सालभर पेयजल उपलब्ध करा रही हैं. यह पानी पंजाब में बने हरिके बैराज से प्राप्त होता है. आईजीएनपी को अपने हिस्से का पानी रावी-ब्यास नदी पर बने पौंग बांध से मिलता है. बांधों में 20 लाख 80 हजार एकड़ फीट पानी पेयजल जरूरतों के लिए आरक्षित है. इसके बाद बचे पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जाता है.
विधानसभा में उठाया जा चुका है मुद्दा
सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी के लिए प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता पहले ही विफल हो चुकी है. अनूपगढ़ विधायक शिमला देवी इसका समर्थन करते हुए कहती हैं कि उन्होंने किसानों की गुहार राजस्थान विधानसभा सत्र में उठाई है. इसके लिए वे जल संसाधन मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता कर रहे हैं, लेकिन इस पर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
चल रहा है अनिश्चितकालीन धरना
अनूपगढ़ विधायक शिमला देवी ने बताया कि संभाग के किसान पहले से ही घड़साना, अनूपगढ़, खाजूवाला और रावला क्षेत्र में अपनी फसल बचाने के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला तो अब उन्होंने हाईवे जाम करने का फैसला किया है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि आईजीएनपी राजस्थान भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) का सदस्य नहीं है। इसके जरिए बीबीएमबी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ राज्यों को पानी की आपूर्ति को नियंत्रित करता है.
क्या है IGNP नहर परियोजना
बीकानेर और गंगानगर में पानी की कमी को दूर करने के लिए बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह ने 1927 में एक नहर का निर्माण शुरू करवाया था, जिसका नाम गंग-नहर रखा गया, जो आज भी गंगानगर में मौजूद है. यह नहर राजस्थान के 10 जिलों गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, चूरू, झुंझुनू और सीकर को पानी की आपूर्ति करती है. इस नहर का जीरो पॉइंट मोहनगढ़ जैसलमेर से गडरा रोड बाड़मेर तक बढ़ाया गया है. यह नहर पंजाब और राजस्थान को पानी की आपूर्ति करती है.
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