Rajasthan News: राजस्थान मंत्रिमंडल ने रविवार को उस आदिवासी महिला को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया जिसे पिछले महीने प्रतापगढ़ जिले के धरियावद कस्बे में उसके पति ने पीटा था और फिर निर्वस्त्र करके घुमाया था. रविवार रात सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षा में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है.
एक सरकारी बयान के अनुसार, पीड़िता को शिक्षा विभाग के स्थानीय राजकीय विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नियुक्ति दी जाएगी. इससे पीड़िता का सामाजिक पुनर्वास हो सकेगा. मंत्रिमंडल ने राजस्थान चतुर्थ श्रेणी सेवा (भर्ती एवं सेवा की अन्य शर्तें) नियम, 1999 में शिथिलता प्रदान करते हुए नियुक्ति के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है.
रविवार रात आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में संविदा कार्मिकों के हितों की रक्षा के लिए राजस्थान लॉजिस्टिकल सर्विस डिलिवरी कॉर्पोरेशन का गठन करने, 80 से अधिक सामाजिक संस्थाओं को भूमि आवंटन जैसे कई फैसले भी लिए गए हैं. इसी दौरान मंत्रिमंडल ने अनुसूचित जनजाति की महिला के साथ हुई घटना की निंदा करते हुए पीड़िता को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर नौकरी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
बताते चलें कि प्रतापगढ़ जिले में हुई जिस महिला के साथ ये घटना हुई, वो गर्भवती थी. महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घूमने के इस मामले में पुलिस ने प्राथमिक रूप से 7 आरोपी को गिरफ्तार करते हुए 4 को हिरासत में लिया था, एक नाबालिग भी शामिल था. गिरफ्तार आरोपियों में महिला का पति भी शामिल है. उस वक्त इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया था, और बीजेपी की तरफ से धरियावद कस्बे में विरोध प्रदर्शन भी किया गया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने रैली निकालते नारेबाजी की और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा था.