
Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर जिले के चौहटन थाना क्षेत्र के आगौर गांव में दो चिंकारा हिरणों के शिकार को लेकर बिश्नोई समाज और वन्य जीव प्रेमियों ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया है.आज धरने का दूसरा दिन है. शुक्रवार रात गांव के एक पुल के नीचे चिंकारा के अवशेष प्लास्टिक के कट्टों में भरकर फेंके हुए मिले थे. विरोध जताने के लिए प्रदर्शनकारियों ने एक डीप फ्रीजर मंगवाया है, जिसमें शवों को रखा गया है ताकि उनका फॉरेंसिक जांच हो सके और शिकार के मुद्दे को लंबे समय तक उठाया जा सके.
डीप फ्रीजर में रख कर प्रदर्शन
आगौर गांव में चल रहे इस धरने में डीप फ्रीजर के पास बैठे लोगों की तस्वीरें सामने आई हैं. बिश्नोई समाज, जो वन्य जीवों की रक्षा के लिए जाना जाता है, इस विरोध की अगुवाई कर रहा है. उनका कहना है कि शिकारी हिरणों का शिकार कर पकड़े जाने का डर से उन्हें पुल के नीचे छोड़कर भाग गए.

'होटलों में मीट की सप्लाई की जांच हो'
धरना स्थल पर डीप फ्रीजर में शवों को रखने का मकसद साफ है कि एक तरफ फॉरेंसिक जांच कराना और दूसरी तरफ शिकार के मुद्दे को ज़िंदा रखना. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ''हम यहां धरने पर बैठे हैं और हमारी मांग है कि शिकार करने वाले अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. विभाग को जांच करनी चाहिए कि किस होटल में हिरण का मांस सप्लाई हो रहा है. ''
बाड़मेर की डीएफओ ने क्या कहा ?
वन विभाग ने अब तक 10 संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है. बाड़मेर की डीएफओ सविता दहिया ने कहा, ''शिकार का मामला सामने आया है. हमने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रहे हैं. हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. अभी ज्यादा सुराग नहीं मिले हैं, लेकिन जांच जारी है.''
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