CM के काफिले में टक्कर मारने वाले ड्राइवर की कहानी; परिवार बेहद गरीब, 20 दिन पहले ही हुआ था बेटे का जन्म, मौत से मातम

Rajasthan CM Bhajanlal Sharma Convey Accident: राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा के काफिले में टक्कर मारने वाली अर्टिगा के ड्राइवर की कहानी अब सामने आई है. इस हादसे में घायल हुए ड्राइवर पवन की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी.

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Bhajanlal Sharma Convey Accident: सीएम के काफिले में टकराने वाली कार के ड्राइवर की कहानी.

Bhajanlal Sharma Convey Accident: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में हुई टक्कर में दो लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है. इस हादसे में पहली मौत ट्रैफिक ASI सुरेंद्र सिंह की हादसे वाले दिन ही बुधवार को शाम में हुई थी. दूसरी मौत सीएम के काफिले में शामिल गाड़ियों में टक्कर मारने वाले अर्टिगा के ड्राइवर की हुई. अर्टिगा के ड्राइवर की मौत गुरुवार को हुई. हादसे के बाद अर्टिगा के ड्राइवर के पास से यूएई का एक कार्ड मिला था. लेकिन अब उसकी पूरी कहानी सामने आ गई है. अर्टिगा ड्राइवर का नाम पवन कुमार बैरवा है. पवन जयपुर में किराये के मकान पर रहकर ट्रैक्सी चलाने का काम करता था. 

गंगापुर सिटी का रहने वाला था पवन

एक जुलाई, 1995 को जन्मे पवन मूल रूप से जयपुर के गंगापुर सिटी जिले का रहने वाला था. गंगापुर सिटी के नादौती तहसील में राजपुरवाड़ा नामक गांव है. पवन कुमार बैरवा इसी गांव का रहने वाला था. पवन के पिता का नाम कालू राम बैरवा था. जिनकी काफी पहले मौत हो चुकी है. पवन पहले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में रह चुका था. पवन के पास यूएई का जो कार्ड मिला उसके अनुसार उसे यूएई में 2023 से 2025 तक रहने की अनुमति थी. 

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पवन के पास से मिला था यूएई का ये कार्ड.

पवन के फूफा ने बताया- परिवार बेहद गरीब

पवन की कार के हादसे की खबर मिलने के बाद उसके साथ जयपुर में रहने वाले लोग और रिश्तेदार हॉस्पिटल पहुंचे. इसी दौरान एनडीटीवी के रिपोर्टर को पवन के फूफा रंगलाल से मुलाकात हुई. रंगलाल गंगापुर सिटी के वजीरपुर गांव के रहने वाले हैं. पवन के परिजनों से मिली सूचना के बाद वो हॉस्पिटल पहुंचे थे. रंगलाल ने बताया कि पवन का परिवार बेहद गरीब है. 

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पवन कुमार बैरवा की फाइल फोटो.

पवन के बेटे का मात्र 20 दिन पहले हुआ था जन्म

पवन के परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं.  जिसमे बड़ा बेटा 2 साल का है. जबकि छोटे बेटे का जन्म मात्र 20 दिन पहले ही हुआ था. पवन कुछ दिन पहले ही घर से जयपुर लौटा था. पवन के दोस्तों ने बताया कि वह जयपुर में जगतपुरा में 7 नंबर बस स्टैंड के पास किराए के मकान में रह रहा था. यूएई से लौटने के डेढ़ साल से जयपुर में रहकर टैक्सी चला रहा था. 

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इसी अर्टिगा को चला रहा था पवन.

सीएम के काफिले से टकराने वाली कार पवन के भाई की

पवन का बड़ा भाई विदेश में काम करता है. सीएम के काफिले से टकराने वाली अर्टिगा कार पवन के भाई की थी. पवन के भाई का नाम अशोक कुमार बैरवा है, जो मॉरीशस में काम करता है. पवन की मौत के बाद उसके परिवार में मातम पसरा है. क्योंकि पवन अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला था. पवन की पत्नी ने कुछ दिनों पहले ही बच्चे को जन्म दिया है. अब उसे अपने और अपने बच्चों की चिंता सता रही है. 

हादसे में 7 लोग हुए थे घायल, दो की मौत

मालूम हो कि मुख्यमंत्री के काफिले में कल हुई दुर्घटना 7 लोग घायल हुए थे, जिसमें पांच पुलिसकर्मी और दो अन्य थे. दुर्घटना में पुलिस एएसआई सुरेंद्र सिंह का शव उनके पैतृक गांव ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया. गुरुवार दोपहर को निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निजी टैक्सी चालक पवन की भी मौत हो गई. पवन के परिजन अब उसकी लाश लेकर गांव जा रहे हैं. 

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