
Rajasthan News: राजस्थान में वंदे गंगा जल संरक्षण-जल अभियान लगातार जारी है. बुधवार को सीएम भजनलाल शर्मा इस अभियान के तहत राजसमंद में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कुल 13.5 करोड़ रुपये के महिलाओं को चेक सौंपे. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार महिला, किसान, युवा और मजदूर वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और अगले 5 साल में 4 लाख सरकारी नौकरियों के अवसर सृजित किए जाएंगे.
आम लोगों से वृक्ष लगाने की अपील
कार्यक्रम में सीएम भजनलाल ने आगे कहा कि ‘वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान' अब सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि जन आंदोलन का रूप ले चुका है. जल संरक्षण से ही हरियालो राजस्थान की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है. हमारे पूर्वजों ने जोहड़, बावड़ियों और तालाबों के जरिए जल संस्कृति की नींव रखी थी. सीएम शर्मा ने ‘एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत पौधारोपण कर आम लोगों से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने की अपील की.

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 240 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को महिला निधि के माध्यम से 2.51 करोड़ रुपये और 297 समूहों को बैंकों से 11 करोड़ रुपये के क्रेडिट लिंकेज चेक सौंपे. मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत सीएसआर फंडिंग में 2 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई.
जालोर में सीलू घाट पर सीएम ने की आरती
वहीं, जालोर में मुख्यमंत्री ने सीलू घाट पर नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किए और मां नर्मदा की विधिवत पूजा-अर्चना और आरती की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर स्थित वाटिका में पीपल का पौधा लगाकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.

इसके बाद सीलू घाट पर जनसभा को करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में नदी, पहाड़ और प्रकृति को पूजा जाता है. वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के अन्तर्गत अब तक 20 हजार से अधिक जल स्त्रोतों के साथ ही, लगभग 17 हजार कार्यालयों, अस्पतालों एवं विद्यालयों की साफ-सफाई की गई.
इस अभियान में 7 हजार पूर्ण कार्यों का अवलोकन-लोकार्पण हुआ और 2 हजार 200 नए कार्यों का शुभारंभ भी किया गया है. उन्होंने कहा कि जल संरक्षण गतिविधियों के अन्तर्गत लगभग 33 हजार स्थानों पर श्रमदान के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि यह अभियान 20 जून तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि आगामी समय में जल संरक्षण के क्षेत्र में प्रेरणा स्रोत के रूप में उभरेगा.
यह भी पढे़ं-