Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश की सियासी सरगर्मी तेज हो चली है. बड़े नेताओं के दौरे के साथ-साथ जनसभाएं जारी है. इसी कड़ी में अब कल यानी की शुक्रवार 20 अक्टूबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की एक बड़ी जनसभा होने वाली है. प्रियंका गांधी की यह जनसभा शुक्रवार को दौसा में होगी. जिसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की जा रही है. प्रियंका गांधी के सभा स्थल का जायजा लेने बुधवार शाम प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा भी दौसा पहुंचे थे. प्रियंका गांधी की यह जनसभा पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को लेकर पार्टी के जन जागरूकता अभियान के समापन के मौके पर होगा. ईआरसीपी के बहाने प्रियंका गांधी भाजपा और केंद्र सरकार पर तीखे हमले करते कल दौसा में दिखेंगी.
कल दौसा में समाप्त होगी कांग्रेस की जन जागरूकता यात्रा
उल्लेखनीय हो कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को लेकर कांग्रेस ने 16 अक्टूबर को बारां जिले से एक जन जागरूकता अभियान की शुरुआत की थी. ईआरसीपी वाले 13 जिलों से होते हुए यह यात्रा कल यानी शुक्रवार को दौसा जिले में समाप्त होगी. समापन के मौके पर आयोजित जनसभा को प्रियंका गांधी संबोधित करेंगी.
बारां से कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने की थी शुरुआत
इस अभियान की शुरुआत सोमवार को बारां में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की थी. पार्टी के प्रवक्ता के अनुसार, 20 अक्टूबर को दौसा जिले के कांदोली में जनसभा होगी जिसे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी संबोधित करेंगी.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं कर राजस्थान की जनता के साथ वादाखिलाफी करने के विरोध में कांग्रेस कमेटी ईआरसीपी से प्रभावित होने वाले 13 जिलों में जन-जागरण अभियान चला रही है. उसी के तहत यह जनसभा होगी.
राजस्थान के दौसा में होने जा रही श्रीमती @priyankagandhi जी की विशाल रैली के स्थल का दौरा कर त्यारियों का ज़ायज़ा लिया। इस रैली के लिए राजस्थान वासियों में भारी उत्साह है।@INCRajasthan pic.twitter.com/NjXRf8yp3z
— Sukhjinder Singh Randhawa (@Sukhjinder_INC) October 19, 2023
राजस्थान के 13 जिलों के लिए ERCP बड़ा मुद्दा
उल्लेखनीय है कि ईआरसीपी एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो लगभग दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने में मदद करेगी और दौसा सहित पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की पेयजल समस्याओं का समाधान करेगी. ईआरसीपी के अंतर्गत आने वाले अन्य जिले जयपुर, झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, करौली, अलवर, भरतपुर और धौलपुर हैं.
कांग्रेस ने राज्य के पूर्वी क्षेत्र में ईआरसीपी को एक राजनीतिक मुद्दा बनाया है जहां 2018 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने कई विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. राजस्थान में विधानसभा चुनाव के तहत सभी 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.
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