
Rajasthan: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोन टेपिंग का मुद्दा उठाया. शनिवार (12 जुलाई) को मीडिया से बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा कि देश में डरावने वाले हालात बन गए हैं. लोग एक-दूसरे पर विश्वास नहीं करते हैं. पति-पत्नी भी एक दूसरे से कहते हैं कि फेस टाइम पर बात करो. इसका मतलब है कि लोगों में विश्वास नहीं है.
"लोगों में विश्वास नहीं"
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि लोगों में विश्वास नहीं है. उन्हें लगता है कि ता नहीं हमारा फोन टेप हो रहा हो. आज नहीं हो रहा, वह अलग बात है. लेकिन देश के लोगों में यह भावना आना ही गंभीर बात है. ऐसे हालात लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है. अगर लोकतंत्र को मजबूत करना है तो चुनाव आयोग, ज्यूडिशियरी, सीबीआई और इनकम टैक्स सबको मजबूत करना पड़ेगा.
"पूरे देश में मजाब बन गया है"
अशोक गहलोत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज के कहना पड़ा कि चुनाव आयोग जो दस्तावेज मांग रहा है वो मेरे पास भी नहीं है. बिहार में जिस तरह वोटर आईडी वेरिफिकेशन के नाम पर अभियान शुरू किया है, वो पूरे देश में मजाक बन गया है. क्या मजाक है कि चुनाव आयोग ने एक महीने पहले यह प्रक्रिया शुरू कर दी.
"सुप्रीम कोर्ट को भी दखल देना पड़ा"
एक महीने में प्रक्रिय संभव नहीं है, यदि आप नाम जोड़ने का काम करो तो ले सहन भी कर लेंगे, लेकिन जो लोग 10 चुनाव में वोट दे चुके हैं. उनके नाम काटे जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट को भी इसमें दखल देना पड़ा है.
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