इस बार राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय लोक महोत्सव (Jodhpur RIFF 2023) की शुरुआत जोधपुर में 26 अक्टूबर से होने जा रही है. 'रिफ' के इस 16 वें संस्करण का आगाज मेहरानगढ़ दुर्ग (Mehrangarh Fort) के अलावा राजस्थान का ताजमहल कहे जाने वाले जसवन्त थड़ा में भी होगा. इस बार 'रिफ' में करीब 300 से अधिक देसी-विदेशी कलाकार हिस्सा लेकर अपनी-अपनी प्रस्तुतियां भी देंगे. प्रतिवर्ष होने वाले इस इंटरनेशनल फेस्टिवल में देशी पर्यटकों के साथ ही विदेशी पर्यटकों में भी खासा उत्साह रहता है.
मेहरानगढ़ दुर्ग ट्रस्ट के निदेशक जगतसिंह और जोधपुर 'रिफ' के डायरेक्टर दिव्य भाटिया ने राजस्थान इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल की विस्तार से जानकारी देते हुए में बताया कि इस बार रिफ का आयोजन 26 से 30 अक्टूबर तक किया जायेगा. इस साल महोत्सव में पश्चिम बंगाल, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के संगीतकारों के साथ, महाराष्ट्र की महिला ढोल वादक, राजस्थानी लोक गीतों पर कथक डांस, नियपोलिटन (नेपल्स, इटली का मूल निवासी) संगीत के सितारें और एस्टोनिया, काबो वर्डे, इटली, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया,ट्यूनीशिया, कोलंबिया के कलाकार इस समारोह में शिरकत करेंगे.
उन्होंने बताया कि यह आयोजन संगीतकारों के लिए उनकी जड़ों से जुड़ा हुआ लोक महोत्सव है. इस साल बहुत सारे नए कोलैबोरेशन भी जुड़ रहे हैं. साथ ही इसमें बहुत सारे पारंपरिक कलाकार शिरकत भी करने वाले है.
2007 से लगातार चल रहे जोधपुर रिफ ने 15 से भी अधिक साल से भारत के मूल संगीत को फिर स्थापित करने का काम किया है. इस फेस्टिवल की शुरुआत मेहरानगढ़ म्यूज़िम ट्रस्ट, जॉन सिंह और जयपुर विरासत फाउंडेशन ने की थी. साथ ही इस फेस्टिवल में अब तक 1000 से अधिक राजस्थानी कलाकार अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं. इस साल भी स्वतंत्र संगीतकार हरप्रीत सिंह जलियांवाला बाग नरसंहार के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए खुद की कम्पोज़ीशन पर आधारित लंबी पंजाबी कविता 'खूनी वैसाखी' प्रस्तुत करेंगे.
जोधपुर के मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट की ओर से मेहरानगढ़ फोर्ट में आयोजित इस महोत्सव में फोक म्यूजिक और हैरिटेज का फ्यूजन टूरिस्ट को बहुत आकर्षित करता है. दुनियाभर के संगीत प्रेमी राजस्थान की इस हैरिटेज सिटी जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में आयोजित होने वाले पांच दिन के भव्य संगीत महोत्सव में विश्व स्तरीय संगीत का आनंद ले पाएंगे.