
Ajmer News: अजमेर स्थित विश्व विख्यात ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के पास नगर निगम द्वारा चिन्हित किए गए करीब 500 अवैध निर्माणों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. सोमवार को दरगाह के खादिम और कुछ व्यापारी नगर निगम कार्यालय पहुंचे और डिप्टी कमिश्नर अनीता चौधरी को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान उन्होंने निगम द्वारा जारी नोटिसों पर कड़ा विरोध जताया और कार्रवाई को दोबारा जांचने की मांग उठाई.
दो मुख्य बिंदुओं पर रखी आपत्ति
ज्ञापन में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दो बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज करवाई. पहला, निगम की ओर से हाल ही में किए गए सर्वे में दरगाह क्षेत्र की सभी इमारतों को वाणिज्यिक गतिविधि मानकर नोटिस भेजे जा रहे हैं. इस पर लोगों ने स्पष्ट किया कि दरगाह क्षेत्र में कई भवन आवासीय भी हैं, जिन्हें व्यापारीक श्रेणी में रखकर गलत कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने मांग की कि निगम इस भेद को स्पष्ट करने के लिए दोबारा सर्वे कर निष्पक्ष जांच करे.
नक्शे के विपरीत मंजिल गिराने को तैयार निवासी
दूसरी आपत्ति भवन निर्माण संबंधी कार्रवाई पर जताई गई. ज्ञापन में कहा गया कि निगम वैध और अवैध निर्माणों को एक ही श्रेणी में रखकर सीलिंग की कार्रवाई कर रहा है. लोगों ने कहा कि यदि किसी भवन स्वामी ने नक्शे के विपरीत एक-दो मंजिल बना ली है तो उसे नोटिस देकर सील करना अनुचित है.
इस पर दरगाह क्षेत्रवासी स्वयं नक्शे के विपरीत बने हिस्से को गिराने और शपथ पत्र देने को भी तैयार हैं. समुदाय ने निगम से अपील की कि बिना भेदभाव के कार्रवाई की जाए और क्षेत्र की वास्तविक स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाए.
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