Rajasthan News: राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. लेकिन इससे पहले प्रदेश की सियासत में नई मांग उठने लगी है. ये मांग व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2022 (Lecturer Recruitment 2022) से जुड़ी है, जिसमें चयनित अभ्यार्थियों की पोस्टिंग के लिए चुनाव आयोग से मंजूरी लेकर जल्द से जल्द पदस्थान की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही जा रही है. पूरे राजस्थान में इस वक्त इसी की चर्चा है, इसीलिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी (#चुनाव_आयोग_परमिशन_दो) टॉप ट्रेंड कर रहा है.
आचार संहिता के कारण अटकी काउंसलिंग
राजस्थान में इतिहास के 34 फीसदी, भूगोल के 29 प्रतिशत और हिंदी के 27 फीसदी शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं. आर्ट्स पढ़ने वाले अधिकतर छात्र इन विषयों से ही हैं. ऐसे में बोर्ड की परीक्षाओं में इसका नकारात्मक परिणाम आना तय है. 12वीं में पढ़ने वाले कला संकाय के 40 फीसदी से अधिक अभ्यार्थियों के पास भूगोल और इतिहास है. ऐसे में जब राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से इतिहास और भूगोल विषय का फाइनल रिजल्ट जारी किया गया तो चयनित अभ्यार्थियों को काउंसलिंग भी शुरू हो गई. चुनावी माहौल में इतिहास के चयनित 802 अभ्यार्थियों की काउंसलिग तो पूरी हो गई, लेकिन भूगोल के 790 अभ्यार्थियों की काउंसलिंग आचार संहिता के कारण अटक गई.
7 दिन बाद भी नहीं मिली आयोग से मंजूरी
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने एनडीटीवी राजस्थान से खास बातचीत में बताया कि, 'शिक्षा निदेशालय ने पिछले सप्ताह शासन को चयनित अभ्यार्थियों की काउंसलिंग और पोस्टिंग के लिए प्रस्ताव भेजे थे. उन प्रस्तावों पर अभी तक मंजूरी नहीं मिली है. व्याख्याता भर्ती में 26 विषयों के 6 हजार पद भरे जाएंगे. अधिक रिक्त पदों के कारण नई भर्ती में नए व्याख्याताओं को पोस्टिंग मिलने के बाद भी 11 हजार से अधिक पद रिक्त रहेंगे. लेकिन चुनाव आयोग से अभी तक फाइल को क्लियरेंस नहीं मिली है. मैं खुद सोमवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों से इस संबंध में बातचीत करने के लिए जा रहा है.'
कहां कितने पद खाली?
जानकारी के अनुसार, साइंस फैकल्टी के तहत बायोलॉजी में 517, केमिस्ट्री में 678, फिजिक्स में 671 और गणित में 327 व्याख्याता के पद खाली है. वाणिज्य में 1410 तथा कला संकाय में हिंदी में 3610, इतिहास में 2388, भूगोल में 1824, राजनीति विज्ञान में 1874 पद रिक्त हैं. राज्य के स्कूलों में कला संकाय के तहत इन्हीं चार विषयों में व्याख्याता के सबसे अधिक पद स्वीकृत हैं.