Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव में भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन देकर जीताने वाली कांग्रेस पार्टी अब बैक फुट पर आ गई है. विधानसभा उपचुनाव में मिले नतीजे से सबक लेते हुए बीएपी से दूरियां बढ़ गई हैं. कांग्रेस पार्टी ने आने वाले नगर निकाय और पंचायती राज में BAP से गठबंधन नहीं करने का निर्णय लिया है.
बांसवाड़ा डूंगरपुर के सांसद राजकुमार रोत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी के साथ मुलाकात करने ओर फोटो खींचाने पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हमने मोदी को हराने के लिए भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन दिया था, लेकिन, वह उससे दूर होते जा रहे हैं. भाजपा के नेताओं से मेल मिलाप में जुट गए हैं, जिसको देखते हुए कांग्रेस ने अब भारत आदिवासी पार्टी से दूरी बना रही है.
डोटासरा बोले-भील प्रदेश की मांग पूरी तरह गलत
उन्होंने भारत आदिवासी पार्टी की अलग भील प्रदेश बनाने की मांग को भी खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से गलत है. भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत ने भी कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि किसको कितना जन समर्थन मिला है, वह विधानसभा उप चुनाव में नजर आ गया है, इसलिए नगर निकाय चुनाव हो या पंचायती राज चुनाव बीएपी पार्टी अपने बूते ही चुनाव लड़ेगी. पूर्व मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि अगले पांच साल में बीएपी खत्म हो जाएगी.
बीएपी कांग्रेस से अलग अकेले चुनाव लड़ी थी
लोकसभा चुनाव 2024 में बीएपी इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ा था. विधानसभा उप-चुनाव में बीएपी कांग्रेस से अलग अपने अकेले चुनाव लड़ी थी. सात विधानसभा सीटों पर हुए उप-चुनाव में बीजेपी 5 सीटें जीतने में कामयाब रही. झुंझुनू, खींवसर, देवली-उनियारा, सलूंबर और रामगढ़ बीजेपी के खाते में गई. कांग्रेस एक सीट दौसा ही जीतने में कामयाब रही. बीएपी का चौरासी सीट पर कब्जा रहा.
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