Udaipur News: उदयपुर में यूडीए द्वारा बलीचा क्षेत्र में एक ही दिन में 70 घरों के ध्वसत के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. यूडीए के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी कांग्रेस के बाद अब भारतीय आदिवासी पार्टी भी इसमें सक्रिय हो गई है. सोमवार को बांसवाड़ा–डूंगरपुर के सांसद राजकुमार रोत उदयपुर पहुँचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की.
मुलाकात के बाद रोत अपनी पार्टी के समर्थकों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और एडीएम को ज्ञापन सौंपा. पार्टी कार्यकर्ताओं ने मौके पर यूडीए के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन भी किया. राजकुमार रोत ने कार्रवाई को अमानवीयकरार देते हुए कहा कि बिना किसी पूर्व नोटिस के लोगों के आशियाने उजाड़ देना गलत है. उन्होंने बताया कि अधिकांश मकान वर्षों से बने हुए थे और इन लोगों ने जैसे–तैसे पैसे जुटाकर पक्के मकान बनवाये थे एक ही दिन में यह निर्माण सम्भव ही नहीं था.
भूमाफियाओं ने जमीन बेची
रोत ने यह भी कहा कि सरकारी योजनाओं के तहत वहाँ पर जल और बिजली कनेक्शन तथा शौचालय भी प्राप्त हुए थे, जिन्हें यूडीए ने ध्वस्त कर दिया. उन्होंने मांग की है कि यूडीए पर सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने के मामले में कड़ी कार्रवाई की जाए और जिन भूमाफियाओं ने जमीन बेची तथा जिन अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत पाई जाती है, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही हो.
सांसद ने प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल राहत की भी माँग उठाई और चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी तो यह लड़ी कानूनी रास्ते और जनआंदोलन के जरिए आगे भी जारी रखी जाएगी.