
Barmer News: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत भारत छोड़ने का आदेश दिया और हर राज्य से पाकिस्तानी नागरिक वापस लौटने लगे हैं. कई परिवार ऐसे हैं जो कुछ दिन पहले ही अपनों से मिलने के लिए वीजा पर भारत आए थे. ऐसे में इन हालातों के बाद वे काफी निराश हैं. इसका सबसे ज्यादा असर बाड़मेर जिले में देखने को मिला है.
पहलगाम आतंकी हमलों के बाद अचानक बदल गई तस्वीर
सीमा पर होने के कारण इस जिले के कई लोगों की रिश्तेदारियां पाकिस्तान में हैं. इसलिए लोग वहां के लोग यहां अपनों से मिलने आए थे. वहीं कुछ लोग पर्यटक, धार्मिक और विजिटर वीजा पर आए थे. लेकिन पहलगाम आतंकी हमलों के बाद अचानक यह तस्वीर बदल गई और जो तनावपूर्ण स्थिति पैदा हुई है, उसके कारण इन लोगों को आपात स्थिति में खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. ऐसे में उनके चेहरे पर उदासी साफ देखी जा सकती है.
बदले हालात के कारण भारी मन से लौट रहे है पाकिस्तान
बाड़मेर जिले में कई ऐसे विस्थापित परिवार हैं जिनके बेटे-बेटियों को भारतीय नागरिकता मिल गई है, लेकिन उनके माता-पिता अभी भी पाकिस्तान में रहते थे और वह अपने रिश्तेदारों से मिलने यहां आए थे, लेकिन बदली परिस्थितियों के कारण अब उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है.
इकलौती बेटी कई साल बाद परिवार आया था भारत
ऐसा ही एक पाकिस्तानी परिवार हैदराबाद निवासी दयाराम का है जो कई साल पहले पाकिस्तान गया था. उसने अपनी इकलौती बेटी की शादी बाड़मेर में की है. उससे मिलने के लिए वह 18 सदस्यों के साथ पाकिस्तान से बाड़मेर आया है. पिछले रविवार को ही वह 3 महीने के लिए पाकिस्तान के वीजा पर भारत आया था. लेकिन अचानक हालात बिगड़ने के बाद स्थानीय प्रशासन ने उन्हें अपने देश लौटने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में परिवार जिला कलेक्ट्रेट स्थित सीआईडी कार्यालय में रिपोर्ट देने आया है और सरकार से गुहार भी लगा रहा है कि हम अपने परिवार के साथ भारत में ही रहना चाहते हैं और उन्हें यहीं रहने दिया जाए.
बेटी की शादी बिना किए लौटने को मजबूर पिता
इसके अलावा एक परिवार है स्वरूप सिंह का, जो भारत में विवाहित है. उनकी बेटी और पत्नी को भारतीय नागरिकता मिल गई है लेकिन स्वरूप सिंह पाकिस्तान में रहते हैं. उनकी बेटी की शादी आने वाली 29 तारीख को है लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में चल रहे तनाव के कारण उन्हें आज ही पाकिस्तान लौटना पड़ रहा है. ऐसे में बेटी की शादी को लेकर मन में कई सपने संजोए स्वरूप सिंह दिल में गहरा दर्द लिए लौटने को मजबूर हैं.
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