Rajasthan Panchayat By-election 2025 Live Updates: राजस्थान में एक बार फिर पंचायत की सियासत गरमा गई है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पंचायत समिति और जिला परिषद की खाली सीटों के लिए गुरुवार को मतदान हो रहा है. करौली, जयपुर ग्रामीण और डूंगरपुर में मतदाता अपने-अपने प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करने के लिए कतारों में खड़े हैं. इन उपचुनावों में कहीं सीधा मुकाबला है, तो कहीं भारत आदिवासी पार्टी (BAP) की एंट्री ने मुकाबला बेहद दिलचस्प बना दिया है. सुबह 7 बजे से ही मतदान केंद्रों पर प्रशासनिक व्यवस्थाएं चाक-चौबंद नजर आ रही हैं, लेकिन कई जगहों से नियमों के उल्लंघन और धीमी वोटिंग की खबरें भी सामने आ रही हैं.
Here Are The Live Updates of Rajasthan Panchayat Upchunav
डूंगरपुर में 40 मिनट तक बाधित रहा मतदान
डूंगरपुर जिले में पंचायत उपचुनाव के दौरान एक बड़ी तकनीकी खामी सामने आने के बाद अब राहत की खबर आई है. जिला परिषद के वार्ड नंबर 9 के बूथ संख्या 109 पर EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में खराबी आने के कारण मतदान लगभग 40 मिनट तक बाधित रहा. इस दौरान बूथ पर मौजूद मतदाता और चुनाव अधिकारी दोनों ही परेशान दिखे, लेकिन अधिकारियों की मुस्तैदी से समस्या का तुरंत समाधान कर लिया गया है.
डूंगरपुर में बूथ संख्या 109 पर EVM हुई खराब
राजस्थान के पंचायत उपचुनावों से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है. डूंगरपुर जिले में चल रहे मतदान के बीच जिला परिषद के वार्ड नंबर 9 के बूथ संख्या 109 पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) में तकनीकी खराबी आ गई है. EVM खराब होने के कारण इस महत्वपूर्ण बूथ पर मतदान पूरी तरह से रुक गया है, जिससे मतदाताओं और चुनाव अधिकारियों दोनों के लिए एक नई चुनौती खड़ी हो गई है.
पहले से ही, डूंगरपुर में तेज बारिश ने मतदाताओं की परेशानी बढ़ाई हुई थी. कई घंटों तक मतदान केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ था, क्योंकि झमाझम बारिश के बीच लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. हालांकि, जैसे ही कुछ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बूथ तक पहुंचे, उन्हें निराशा हाथ लगी. EVM में खराबी की खबर फैलते ही, बूथ के बाहर इंतजार कर रहे लोगों में मायूसी छा गई. चुनाव अधिकारी अब मशीन को ठीक करने या बदलने की कोशिश में जुटे हैं, ताकि जल्द से जल्द मतदान फिर से शुरू किया जा सके.
राजस्थान पंचायत उपचुनाव से जुड़े कुछ जरूरी सवाल
Q1: राजस्थान में उपचुनाव क्यों हो रहे हैं?
A: ये उपचुनाव पंचायत समिति और जिला परिषद के कुछ सदस्यों के पद खाली होने के कारण हो रहे हैं. ये चुनाव राज्य सरकार पर कोई सीधा असर नहीं डालते हैं, लेकिन स्थानीय राजनीति के लिए महत्वपूर्ण होते हैं.
Q2: आचार संहिता का उल्लंघन क्या है और इसका क्या मतलब है?
A: आचार संहिता चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए नियमों का एक सेट है. मतदान केंद्र के 200 मीटर के दायरे में प्रचार सामग्री लगाना इसका उल्लंघन है. यह उल्लंघन निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को बाधित करता है.
Q3: BAP पार्टी का इन चुनावों में क्या महत्व है?
A: भारत आदिवासी पार्टी (BAP) आदिवासी बहुल क्षेत्रों में एक नई और मजबूत क्षेत्रीय पार्टी के रूप में उभर रही है. डूंगरपुर जैसे जिलों में इसकी उपस्थिति ने भाजपा और कांग्रेस के लिए मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है.
Q4: बारिश का मतदान पर क्या असर पड़ रहा है?
A: डूंगरपुर में तेज बारिश के कारण मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या कम है, जिससे वोटिंग की रफ्तार धीमी हो गई है. इसका सीधा असर कुल मतदान प्रतिशत पर पड़ेगा.
डूंगरपुर: बारिश और BAP ने बदली चुनावी तस्वीर
राजस्थान के आदिवासी बहुल जिले डूंगरपुर में भी पंचायतीराज उपचुनाव की सरगर्मी तेज है. यहां जिला परिषद के वार्ड 9 (पीठ सीट) और सीमलवाड़ा पंचायत समिति के वार्ड 16 पर मतदान जारी है. लेकिन, यहां की सियासी जंग के साथ-साथ मौसम भी एक अहम भूमिका निभा रहा है. तेज बारिश के चलते मतदान केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. सुबह मतदान शुरू होने के बाद कुछ मतदाता जरूर अपने बूथों पर पहुंचे, लेकिन झमाझम बारिश ने वोटरों को घरों में रोक दिया है.
इस बीच, यहां का मुकाबला भी बेहद रोचक है. यहां भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ भारत आदिवासी पार्टी (BAP) की एंट्री ने दोनों राष्ट्रीय पार्टियों की नींद उड़ा रखी है.
- जिला परिषद वार्ड 9 (पीठ): भाजपा से बिहारी लाल पांडोर, कांग्रेस से सुरेश भोई और BAP से मुकेश मालिवाड़ के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
- सीमलवाड़ा पंचायत समिति वार्ड 16: यहां भाजपा की निर्मला डामोर, कांग्रेस की मनीषा कुमारी और BAP की तेजल अहारी के बीच कड़ी टक्कर है.
दोनों सीटों पर कुल 23,250 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा. निर्वाचन विभाग ने मतदान को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं, लेकिन यह देखना बाकी है कि क्या दोपहर बाद बारिश थमने पर वोटिंग की रफ्तार बढ़ेगी या फिर यह मौसम ही इन चुनावों का निर्णायक साबित होगा.
जमवारामगढ़ (जयपुर ग्रामीण): आचार संहिता का खुला उल्लंघन
जयपुर ग्रामीण जिले के जमवारामगढ़ उपखंड के बोबाड़ी गांव में भी पंचायत समिति वार्ड 27 के लिए उपचुनाव हो रहे हैं. यहां भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला है. करीब 5,055 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. मतदान को लेकर प्रशासनिक व्यवस्थाएं तो दुरुस्त बताई जा रही हैं, लेकिन इसी बीच चुनाव आचार संहिता के खुले उल्लंघन का एक बड़ा मामला सामने आया है.
मतदान केंद्र से महज 10 मीटर की दूरी पर ही प्रत्याशियों के पोस्टर और बैनर लगे हुए हैं, जबकि चुनावी नियमों के अनुसार, मतदान केंद्र के 200 मीटर के दायरे में किसी भी तरह की प्रचार सामग्री लगाना सख्त प्रतिबंधित है. यह अपने आप में एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर जिम्मेदार अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. यह स्थिति इस बात पर सवाल खड़े करती है कि क्या वाकई चुनाव आयोग के नियमों का पालन हो रहा है या फिर अधिकारी भी इस तरह की लापरवाही को नजरअंदाज कर रहे हैं.
करौली में शांतिपूर्ण मतदान, कहीं सीधा तो कहीं त्रिकोणीय मुकाबला
करौली जिले की दो महत्वपूर्ण पंचायत समितियों, मंडरायल और मासलपुर, में उपचुनाव के लिए मतदान जारी है. दोनों सीटों पर कड़े मुकाबले की उम्मीद है. प्रशासन ने मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. एसपी गुमनाराम जाट समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और लगातार निगरानी कर रहे हैं.
- मंडरायल पंचायत समिति के वार्ड नंबर 6 में भाजपा की प्रत्याशी वीरवती और निर्दलीय भूरो जाटव के बीच सीधा मुकाबला है.
- मासलपुर पंचायत समिति के वार्ड नंबर 2 में मुकाबला त्रिकोणीय है. यहां भाजपा से रामपति गुर्जर, कांग्रेस से सीमा बाई गुर्जर और निर्दलीय प्रत्याशी सुनील कुमार गुर्जर मैदान में हैं.
दोनों सीटों पर कुल 8,362 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें मंडरायल के 3,823 और मासलपुर के 4,539 मतदाता शामिल हैं. शुरुआती घंटों में मतदान की रफ्तार धीमी रही, लेकिन अब धीरे-धीरे मतदाता केंद्रों पर पहुंच रहे हैं, जिससे वोटिंग में तेजी आने की उम्मीद है.