Rajasthan Politics: हंगामे की वजह से विधानसभा की कार्रवाई लंच ब्रेक से 15 मिनट पहले ही स्थगित कर दी गई. विपक्ष ने सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटने और सीकर में दलित छात्र की हत्या सहित प्रदेश में दलित अत्याचार की घटनाओं के मुद्दे उठाए. सरकार पर मुआवजा देने में भेदभाव का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.
टीचर के परिजन को 1 करोड़ मुआवजा की मांग की
भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक थावरचंद ने स्थगन के जरिए सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटकर मारने का मुद्दा उठाया था. सरकार से एक करोड़ के मुआवजे की मांग की. थावरचंद ने कहा कि कन्हैयालाल टेलर की तरह ही दलित शिक्षक को मुआवजा दिया जाए. कांग्रेस विधायक पितराम काला ने सीकर में दलित छात्र की हत्या और प्रदेश में दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं का मामला उठाया. ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान भी हंगामा और नारेबाजी होती रही.
"सीकर जिले में दलित छात्र की हत्या की जांच करवाई जाएगी"
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि कांग्रेस अपने राज में दलितों पर अत्याचार करने वाली कांग्रेस आज घड़ियाली आंसू बहा रही है. विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालना इनका असली मकसद है. कांग्रेस अपने राज को याद करे,उस वक्त खूब दलित अत्याचार हुए. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सीकर जिले में दलित छात्र की हत्या की जांच करवाई जाएगी. एक-दो दिन में सदन में तथ्यों सहित पूरी जानकारी दी जाएगी.
दलित टीचर के परिवार को नहीं मिला न्याय
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि 4 दिन बीत जाने के बाद भी दलित शिक्षक शंकर मेघवाल के परिवार को न्याय नहीं मिला. परिवार को सरकार की तरफ से मदद नहीं की गई. परिवार को कोई नौकरी का आश्वासन नहीं दिया गया. इसको लेकर आज सदन में विपक्ष ने खासकर BAP के विधायक ने इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया. लेकिन, सरकार गूंगी-बहरी बनी हुई है. इस ओर ध्यान नहीं दिया है.
सलूंबर में तलवार से दलित टीचार का काटा सिर
सलूंबर जिले के जावर माइंस थाना क्षेत्र के अदवास गांव स्थित मेघवाल बस्ती में 25 जुलाई को दलित टीचर की गला काटकर हत्या कर दिया था. इसके बाद हमलावर सुसाइड कर लिया. शंकर मेघवाल क्षेत्र के मेथोड़ी स्थित पायरी प्राथमिक विधालय में शिक्षक थे. बताया जा रहा है कि गुरुवार को हमलावर दुकान पर सिगरेट लेने के बहाने आए. इसी दौरान हमलावरों ने शिक्षक शंकर मेघवाल पर तलवार से उसकी गर्दन पर वार किया जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई.
हमलावरों ने उसके 60 वर्षीय पिता डाल चंद मेघवाल के हाथ पर भी वार किया जिससे उनका हाथ भी कट गया और उनके शरीर पर गम्भीर चोटें आई हैं. उन्हें तत्काल उदयपुर के महारणा भूपाल चिकित्सालय भेजा गया जहां पर उनका इलाज जारी है.
पहले से मिल रही थी धमकियां
मृतक के भाई प्रकाश का कहना है कि प्रकाश का कहना है कि उनके भाई को आए दिन धमकी मिलती थी. इस हमले से पहले भी दबंगों द्वारा उन्हें धमकाया जा रहा था. इसका मूल कारण मृतक द्वारा गांव में अच्छी लोकेशन में मकान बनाना बताया जा रहा है. प्रकाश ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत उसने पुलिस में भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसका नतीजा यह हुआ कि उनके भाई को जान से मार दिया गया.शिक्षक शंकर के परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है, जिसकी उम्र 2 साल है.
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