Rajasthan News: राजस्थान की भीलवाड़ा लोकसभा सीट (Bhilwara Lok Sabha constituency) से कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर दामोदर गुर्जर (Damodar Gurjar) का टिकट जल्द बदले जाने की चर्चाएं इस वक्त जोर पकड़ रही हैं. शायद इसी के चलते दामोदर गुर्जर का आज प्रस्तावित नामांकन कार्यक्रम भी स्थगित हो गया है. इस कार्यक्रम में पहले राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के शामिल होने की चर्चाएं थीं. लेकिन आखिरी समय में कांग्रेस नेताओं ने मुंह फेर लिया, जिससे टिकट बदलने की चर्चाओं को ज्यादा बल मिला है.
ब्राह्मण नेता पर लग सकता है दांव
अभी तक जयपुर शहर और राजसमंद लोकसभा सीट पर कांग्रेस अपना तय उम्मीदवार बदल चुकी है. अब अगला नंबर क्या भीलवाड़ा लोकसभा सीट का होगा? यह तो भविष्य के गर्भ में है. मगर बदलाव की चर्चाओं की एक वजह पहली बार प्रदेश में किसी भी ब्राह्मण को उम्मीदवार नहीं बनाना भी है. भीलवाड़ा, ब्राह्मण बहुल मतदाता वाली लोकसभा सीट है. इसीलिए चर्चा ये भी है कि कांग्रेस दामोदर गुर्जर का टिकट बदलकर भीलवाड़ा से किसी ब्राह्मण नेता को चुनावी मैदान में उतार सकती है. भीलवाड़ा से पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी सांसद रह चुके हैं. ऐसे में जोशी को चुनावी मैदान में उतारे जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं.
पार्टी कार्यालय से आए थे निर्देश
वर्तमान में भीलवाड़ा सीट से जिसे कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है वे दामोदर गुर्जर रिटायर्ड पुलिसकर्मी हैं. उन्होंने दौसा से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. वे बसपा की टिकट पर भाग्य आजमा चुके हैं. 2013 का विधानसभा चुनाव उन्होंने दौसा से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लड़ा था. अब 2024 में कांग्रेस पार्टी ने उन्हें भीलवाड़ा से अपना प्रत्याशी बनाया है. हालांकि आज नामांकन से ठीक पहले उन्हें फोन करके कार्यक्रम स्थगित करने के लिए कहा गया है. डा. गुर्जर ने कहा, 'प्रदेश कार्यालय से निर्देश दिए गए थे कि अपना नामांकन कार्यक्रम स्थगित रखें. अगला कार्यक्रम जब भी तय होगा, बता दिया जाएगा.' इसी के चलते मैंने अपना नामांकन स्थगित किया है.
गुर्जर वोटर्स हो सकते हैं नाराज
सूत्रों की मानें तो भीलवाड़ा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बदलने को लेकर असमंजस की स्थिति में है. आलम यह है कि कांग्रेस प्रत्याशी से लेकर कोई भी पदाधिकारी इस मामले में मीडिया से बातचीत करने को तैयार नहीं है. इसके पीछे गुर्जर समाज की कथित नाराजगी है, जिसका डर कांग्रेस को सता रहा है. कांग्रेस को अब यदि प्रत्याशी बदलने का निर्णय करना पड़ेगा तो इससे गुर्जर समाज में नाराजगी व्याप्त हो सकती है. क्योंकि भीलवाड़ा लोकसभा सीट पर ब्राह्मणों के बाद में सबसे अधिक निर्णायक स्थिति में गुजर समाज है. बूंदी जिले की हिंडोली विधानसभा सीट भी भीलवाड़ा लोकसभा सीट से जुड़ी है, जहां वर्तमान में कांग्रेस से अशोक जानना विधायक हैं. गुर्जर नेता अशोक चांदना ने इस सीट पर करीब 42000 मतों से जीत हासिल की थी.
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