Rajasthan News: राजस्थान के बारां में युवक शुभम सक्सेना के सुसाइड मामले को लेकर सियासत गरमा गई है. पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया समेत कई कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया. कांग्रेस नेताओं ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के संरक्षण से कांग्रेस नेताओं पर झूठे मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं. साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो शुक्रवार को राजस्थान कांग्रेस नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता एसपी ऑफिस में दरना देंगे. वहीं, परिजनों की ओर से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने तक शव लेने से इनकार कर दिया गया है.
मरने से पहले लिखा 2 पन्ने का सुसाइड नोट
दरअसल, बारां के कोतवाली थाना क्षेत्र में सब्जीमंडी टेक निवासी युवक शुभम सक्सेना ने मंगलवार दोपहर घर के भीतर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक ने नगर परिषद के पूर्व सभापति कमल राठौड़ और पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
आत्महत्या करने से पहले 2 पन्ने के सुसाइड नोट में शुभम सक्सेना ने आरोप लगाया था कि कमल राठौड़ और उसके साथ ने मुझसे व्यक्तिगत व राजनैतिक द्वेषता पूर्वक मुझपर झूठा मुकदमा दर्ज दर्ज करवाया. पूर्व सभापति कमल राठौर के इशारों पर पुलिस द्वारा उसे जबरन हथियार के केस में फंसाया जा रहा था. पुलिस उसके साथ जमकर मारपीट करती थी.
बारां पुलिस पर कांग्रेस का गंभीर आरोप
इस दौरान प्रमोद जैन भाया ने बारां पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बारां जिले में आज यूपी बिहार से भी ख़राब हालत हैं. भाजपा नेताओं ने एसपी को आश्वासन दे रखा है कि आपका बारां से तबादला नहीं होने देंगे. भाजपा नेताओं के संरक्षण से कांग्रेस नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. शुभम सक्सेना ने पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने पर आत्महत्या जैसा कदम उठाया है. पूर्व मंत्री भाया आगे कहा कि हमने पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और टीकाराम जुली से वार्ता कर उन्हें बारां पुलिस के कारनामों से अवगत करवा दिया है.
उन्होंने कहा कि अगर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं हुआ तो शुक्रवार को पीसीसी अध्यक्ष डोटासरा और टीकाराम जुली के नेतृत्व में बारां एसपी ऑफिस में कांग्रेसजन धरना देंगे. धरने पर बैठे लोग पूर्व सभापति कमल राठौर, डिप्टी ओमेंद्र सिंह शेखावत, सीआई राम विलास मीना, तेजस सुमन व कॉन्स्टेबल हरिप्रकाश समेत अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. एएसपी राजेश चौधरी ने बताया कि पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.
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