
Rajasthan: राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक प्राइवेट स्कूल में 4 साल के मासूम छात्र के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. आरोप है कि आर्य कुल शिक्षण संस्थान, जो शहर के जीरो माइल चौराहे पर स्थित है, वहां प्ले ग्रुप में पढ़ने वाले बच्चे को स्कूल में अलग कमरे में बंद किया जाता था, और उसके हाथ-पैर बांधकर उसे घंटों बैठाए रखा जाता था.
कमरे में बंद किया जाता था
बच्चे की माँ ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को जानबूझकर कमरे में बंद किया जाता था और यहां तक कि यूरिन इन्फेक्शन की स्थिति में भी उसकी देखभाल नहीं की गई. जब उन्हें शक हुआ तो वे स्कूल पहुंचीं, जहां उन्हें सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि स्कूल की प्रिंसिपल निर्मला कुंवर बच्चे को मार रही हैं.
प्रिंंसिपल को किया गिरफ्तार
इस मामले में 22 मार्च को कोतवाली थाने में प्रिंसिपल निर्मला कुंवर, प्रबंधन कर्मी संगीता कुंवर और स्कूल संचालक लोकेन्द्र सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया. जांच के आधार पर पुलिस ने 20 अप्रैल को प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया. प्रकरण की जांच प्रतापगढ़ के डीएसपी कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. बच्चे के माता-पिता ने SC/ST एक्ट, जेजे एक्ट और शिक्षा का अधिकार कानून के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है.
22 मार्च को दर्ज हुआ था केस
आर्य कुल स्कूल के सभी सीसीटीवी डीवीआर और वीडियो रिकॉर्डिंग लोकेन्द्र सिंह के एलबीएस कॉलेज स्थित कार्यालय में सेव होती थीं. पुलिस ने यहीं से डीवीआर और वीडियो फुटेज बरामद किए हैं, इससे साफ है कि मासूम के साथ हो रही बर्बरता की सीधी निगरानी खुद लोकेन्द्र सिंह के सिस्टम से की जा रही थी. लोकेन्द्र सिंह न केवल इस स्कूल के संचालक हैं.
डीएसपी मामले की कर रहे जांच
कोतवाली थानाधिकारी दीपक कुमार बंजारा ने बताया कि पूरे मामले पर पुलिस ने परिवाद दर्ज कर जांच की तो कृत्य सही पाया गया. दोषी प्रधानाचार्य निर्मला कुंवर द्वारा क्रूरता की गई, जो निंदनीय है. पूरे मामले की जांच डीएसपी कर रहे हैं. स्कूल के प्रधान लोकेंद्र सिंह ने बताया, "मैं इस मामलें पर कोई बयान नही दे पाऊंगा, मैंने सारी फ़ुटेज पुलिस को दे रखी है, मामला न्यायालय में है."
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