
Rajasthan News: राजस्थान में राजसमंद जिले के आमेट उपखंड में स्थित सरदारगढ़ गांव में रविवार तड़के उस समय हड़कंप मच गया जब एक तेंदुआ रिहायशी इलाके में घुस आया. रेलवे लाइन के पास बने एक घर में तेंदुआ बकरी का शिकार करने पहुंचा था.
लेकिन इसके बाद एक चौकने वाली घटना हुई. तेंदुआ जैसे हु शिकार करने घर में घुसा घर के मालिक ने बाहर से गेट बंद कर दिया और उसे कैद कर लिया. इस घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी.
बकरी का शिकार करने की कोशिश
जानकारी के अनुसार, सुबह के समय तेंदुआ एक घर में घुसा और बकरी पर हमला कर दिया. इसी बीच पास में सो रहे लोगों की नींद खुली तो उन्होंने लाइट जलाई. इससे घबराकर तेंदुआ बकरी को छोड़कर पास की खिड़की से घर के एक कमरे में जा घुसा.

पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ.
इसके बाद घर के मालिक गोवर्धन सिंह ने हिम्मत और सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत खिड़की बंद कर तेंदुए को कमरे में कैद कर लिया. इसके बाद उन्होंने सरदारगढ़ पुलिस चौकी और वन विभाग को सूचना दी.
चार घंटे चला वन विभाग का रेस्क्यू
सूचना मिलते ही आमेट और बिनोल से वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. प्रखंड वन अधिकारी लादूलाल शर्मा के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ. पहले टीम ने पिंजरे से तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन कमरे में सामान अधिक होने के कारण यह प्रयास विफल रहा.
इसके बाद दीवार में छेद कर शूटर सुरेंद्र सिंह ने तेंदुए को ट्रैंकुलाइज किया. करीब चार घंटे की मेहनत के बाद तेंदुए को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
स्वास्थ्य जांच के बाद जंगल में छोड़ा गया
वन विभाग ने बताया कि पकड़ा गया नर तेंदुआ करीब पांच साल का है. उसे स्वास्थ्य जांच के लिए राजसमंद के पीपरड़ा नर्सरी ले जाया गया. मेडिकल जांच में तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ पाया गया. इसके बाद वन विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर उसे टॉडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में सुरक्षित छोड़ दिया गया.
गांव वालों ने ली राहत की सांस
गोवर्धन सिंह की सूझबूझ और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से न केवल तेंदुए को सुरक्षित पकड़ा गया, बल्कि गांव में किसी बड़े हादसे को भी टाल दिया गया. इस घटना के बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली.
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