
Rajasthan News: रणथंभौर नेशनल पार्क में हर साल की तरह इस बार भी मानसून के दौरान पर्यटन गतिविधियों पर आंशिक रोक लगेगी. वन प्रशासन ने जोन 1 से 5 को 1 जुलाई 2025 से 30 सितंबर 2025 तक पर्यटकों के लिए बंद करने का फैसला किया है. इस दौरान इन जोनों में कोई भी पर्यटक सफारी नहीं कर सकेगा. हालांकि बफर जोन यानी जोन 6 से 10 में पर्यटन गतिविधियां सामान्य रूप से जारी रहेंगी.
जानें मुख्य जोन क्यों रहेंगे बंद
रणथंभौर के जोन 1 से 5 को पार्क का दिल माना जाता है. यहां बाघों की मौजूदगी सबसे अधिक होती है जिसके कारण पर्यटकों की पहली पसंद यही जोन होते हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट और नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) के दिशा-निर्देशों के अनुसार मानसून के दौरान इन जोनों को बंद किया जाता है.
मानसून का समय वनस्पतियों और वन्यजीवों के प्रजनन का होता है. इसके अलावा बारिश के कारण रास्ते खराब हो जाते हैं और बरसाती नालों में तेज पानी का बहाव पर्यटकों के लिए खतरा बन सकता है. इन कारणों से वन विभाग हर साल इन जोनों को तीन महीने के लिए बंद करता है.
बफर जोन में सफारी का मजा
हालांकि जोन 1 से 5 बंद रहने के दौरान पर्यटक जोन 6 से 10 में जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे. ये बफर जोन भी रोमांच से भरे हैं और पर्यटकों को प्रकृति के करीब ले जाते हैं. रणथंभौर आने वाले सैलानी इन जोनों में बाघों सहित अन्य वन्यजीवों को देख सकेंगे.
30 जून का आखिरी दिन रहा खास
30 जून 2025 को जोन 1 से 5 में इस सत्र का आखिरी दिन था. बड़ी संख्या में पर्यटकों ने इन जोनों में सफारी की और बाघों की अठखेलियां देखीं. अब 1 अक्टूबर 2025 से नए पर्यटन सत्र की शुरुआत के साथ ही ये जोन फिर से खुलेंगे.
इस सत्र में पर्यटकों की भीड़ और कमाई
इस पर्यटन सत्र में रणथंभौर में करीब सात लाख देसी-विदेशी पर्यटक पहुंचे. इन्होंने टाइगर सफारी का लुत्फ उठाया और वन विभाग को लगभग 72 करोड़ रुपये का राजस्व मिला. यह आंकड़ा रणथंभौर की लोकप्रियता को दर्शाता है. लेकिन अब मानसून के कारण मुख्य जोनों में पर्यटन थम जाएगा.
पर्यटकों के लिए सलाह
रणथंभौर भ्रमण की योजना बना रहे पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे अगले तीन महीनों में जोन 6 से 10 में सफारी की बुकिंग करें. यह समय प्रकृति की सुंदरता और वन्यजीवों को करीब से देखने का शानदार मौका देता है.
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