
Rajasthan Fourth Grade Exam: 20 साल बाद राजस्थान में सबसे बड़ी चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा होने जा रही है. 53,749 पदों के लिए 24 लाख 75 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. इतनी बड़ी संख्या में फॉर्म आने से यह परीक्षा राज्य के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षाओं में शामिल हो गई है. खास बात यह है कि इस बार चपरासी बनने के लिए भी ओवर क्वालिफाइड उम्मीदवारों की लंबी कतार लगी है.
कुल आवेदकों में करीब 75 प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास BTech, BCom, MBA, MSc जैसी डिग्रियां हैं. यहां तक कि RAS की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों ने भी इस भर्ती परीक्षा के लिए फॉर्म भरा है. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने NDTV से बातचीत में बताया कि इस परीक्षा के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं पास रखी गई है, लेकिन वास्तव में सिर्फ 20-25 प्रतिशत उम्मीदवार ही इस श्रेणी में आते हैं. बाकी सभी उच्च शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थी हैं.
आवेदन की जांच AI आधारित सिस्टम
परीक्षा को लेकर इस बार अभूतपूर्व सख्ती बरती जा रही है. आवेदन की जांच AI आधारित सिस्टम से की गई है. जांच में सामने आया कि 1700 से ज्यादा उम्मीदवारों ने कई फॉर्म भरे हैं. ऐसे उम्मीदवारों पर नजर रखी जाएगी. परीक्षा केंद्रों पर थ्री लेयर चेकिंग सिस्टम लागू होगा. सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरी परीक्षा की रिकॉर्डिंग होगी, ताकि भविष्य में किसी भी विवाद की स्थिति में रिकॉर्डिंग के आधार पर ही निर्णय लिया जा सके.
उम्मीदवार प्रश्नपत्र परीक्षा हॉल से बाहर नहीं ले जा सकेंगे
बोर्ड ने साफ किया है कि उम्मीदवार प्रश्नपत्र परीक्षा हॉल से बाहर नहीं ले जा सकेंगे. केवल OMR शीट की कार्बन कॉपी साथ ले जाने की अनुमति होगी. परीक्षा खत्म होने के 24 घंटे बाद सभी 6 पारियों के प्रश्न पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे.
इसके अलावा परीक्षा के दौरान किसी भी कोचिंग संचालक, टीचर या संस्था को ऑनलाइन-ऑफलाइन पेपर का एनालिसिस और डिस्कशन करने की इजाजत नहीं होगी. नियम तोड़ने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी. परीक्षा के लिए बोर्ड ने खास ड्रेस कोड भी लागू किया है. 19 से 21 सितंबर तक छह पारियों में होने वाली इस परीक्षा पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हैं.
राजस्थान रोडवेज ने दो दिन पहले से ही फ्री बस की सेवा शुरू की
इसको लेकर राजस्थान रोडवेज ने दो दिन पहले से ही फ्री बस की सेवा शुरू कर दी थी. सिंधी कैंप पर अभ्यर्थियों की भीड़ देखने को मिली. कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से परीक्षा को लेकर विशेष निर्देश दिए गए हैं. प्रश्न पत्र को किसी से डिस्कस या एनालिसिस नहीं कर सकेंगे. अभ्यर्थी बोले कि इस कदम से जरूर परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित होगी.
भरतपुर के रहने वाले अभ्यर्थी रोहित शर्मा ने बताया कि वह बीएससी बीएड पढ़ा हुआ है. सेकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा दे चुका है. लेकिन अब बेरोजगारी में कहीं नौकरी नहीं मिल रही, इसलिए फोर्थ ग्रेड एग्जाम में बैठ रहा है. करौली से आई एक अभ्यर्थी ने बताया कि वह पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़ी है. आरएएस, टीचर और पटवारी की भर्ती में बैठ चुकी है, लेकिन पदों की संख्या कम होने से नौकरी नहीं मिल पाई. अब फोर्थ ग्रेड में भाग्य आजमा रही है.
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