
Rajasthan SOG Action: राजस्थान में फर्जी तरीके से सरकारी नौकरी हासिल करने वालों पर एसओजी ने बुधवार (21 मई) बड़ा शिकंजा कसा है. एसओजी ने इस मामले में 2 एफआईआर दर्ज की है, जिसमें कुल 31 नामजद आरोपी बनाए गए हैं. पहली एफआईआर में कुल 23 नाम हैं, जबकि दूसरी एफआईआर में 8 नाम हैं. इन अभ्यर्थियों ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के बाद नियुक्तियां प्राप्त कीं, लेकिन दस्तावेजों की जांच में शैक्षणिक योग्यता संदिग्ध पाई गई. फोटो व हस्ताक्षर मेल नहीं खाए.
विभागीय पारदर्शिता पर संदेह
जांच की जिम्मेदारी एएसआई प्रकाश कुमार शर्मा को सौंपी गई है. एफआईआर इंस्पेक्टर मनीष सिंह चारण द्वारा दर्ज की गई. दोनों एफआईआर से यह सामने आया है कि चयन बोर्ड और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सत्यापन रिपोर्ट की अनुपस्थिति के बावजूद चयन को मंजूरी दी. जिससे विभागीय पारदर्शिता और जवाबदेही पर गहरा संदेह पैदा हो गया है.
पहली एफआईआर में कुल 23 नाम
- अजमल मीणा- सवाई माधोपुर, प्रयोगशाल सहायक
- मनराज मीणा- सवाई माधोपुर, प्रयोग शाला सहायक
- नवीन कुमार नेहरा- डीग, शारीरिक शिक्षा अध्यापक
- खुशराज सिंह मीना-जालौर, पुस्तकालय अध्यक्ष
- मुकेश कुमार चौधरी-जालौर, शारीरिक शिक्षा अध्यापक
- विजय कुमार मीना-पाली, कनिष्ठ सहायक
- सुरेश कुमार-जालौर, कनिष्ठ सहायक
- ओमप्रकाश-जालौर, अध्यापक लेवल-1
- मनोहर लाल-जालौर, प्रयोग शाला सहायक
- श्रवण कुमार-जालौर, कनिष्ठ सहायक
- अरूण कुमार बिश्नोई-जालौर, कनिष्ठ सहायक
- रावताराम-जालौर, प्रयोग शाला सहायक
- ओम प्रकाश बिश्नोई- जालौर, अध्यापक लेवल-1
- अनोप राम बिश्नोई-जालौर, अध्यापक लेवल-1
- बलवंत सिंह- सांचौर, प्रयोग शाला सहायक
- कैलाश कुमार- सांचौर, शारीरिक शिक्षा अध्यापक
- अनिल कुमार- सांचौर, प्रयोग शाला सहायक
- दीपाराम- सांचौर, शारीरिक शिक्षा अध्यापक
- प्रमा बाई-सांचौर, कनिष्ठ सहायक
- पिंकी कुमारी-सांचौर, कनिष्ठ सहायक
- राजूराम सारण-पाली, शारीरिक शिक्षा अध्यापक
- सुरेश कुमार-सांचौर, शारीरिक शिक्षा अध्यापक
- विक्रम सिंह-नागौर, अध्यापक लेवल-1
पहली एफआईआर में 23 अभ्यर्थियों को आरोपी बनाया गया है. इन अभ्यर्थियों की सत्यापन रिपोर्ट या तो गायब है या फोटो व हस्ताक्षर मेल नहीं खा रहे. जांच रिपोर्ट में जाली दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति या फर्जी सत्यापन रिपोर्ट या विभागीय जांच में दस्तावेजों की पुष्टि न होना पाया गया है.
बीकानेर के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर दर्ज दूसरी एफआईआर में 9 ऐसे शिक्षकों को आरोपी बनाया गया है, जो पहले ही नियुक्त हो चुके हैं और वर्तमान में पाली, नागौर, जालोर, बाड़मेर आदि जिलों में कार्यरत हैं.
दूसरी एफआईआर के आरोपी
- रुपेन्द्र सिंह, पाली
- नरेश प्रताप, जालोर
- सुनील विश्नोई, जालोर
- रिडमल राम, सांचौर
- पाबू राम विश्नोई, सांचौर
- शुशीला, सांचौर
- मनोज कुमार, नागौर
- दिनेश सारण, बाड़मेर
- विष्णु सारण (जांच रिपोर्ट में अतिरिक्त नाम)
एसओजी का कहना है कि दस्तावेजों की गहन जांच में और भी नाम सामने आ सकते हैं. सभी नामों की पड़ताल की जा रही है और भविष्य में चार्जशीट दाखिल की जाएगी. राजस्थान की विभिन्न भर्ती प्रक्रिया में सामने आया यह फर्जीवाड़ा केवल नौकरी तक सीमित नहीं है. यह पूरी प्रणाली पर अविश्वास की लकीर खींचता है.