
Rajasthan News: दीपावली से ठीक पहले, बाड़मेर जिले के 1491 तृतीय श्रेणी शिक्षकों (Third Grade Teacher) को उस समय गहरा झटका लगा, जब शिक्षा विभाग ने उनके स्थाईकरण के आदेश को महज दो घंटे बाद रद्द कर दिया. प्रोबेशन पीरियड पूरा कर चुके इन शिक्षकों को स्थाईकरण की उम्मीद थी, लेकिन अचानक आए इस फैसले ने उनकी खुशियों पर पानी फेर दिया.
स्थाईकरण के आदेश से खुशी
दरअसल, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्थापना समिति, जिला परिषद की 17 अक्टूबर को हुई बैठक में शाला दर्पण पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन और कार्याध्यक्ष के संतोषजनक प्रमाण-पत्र के आधार पर 1491 शिक्षकों के स्थाईकरण को मंजूरी दी गई थी. शुक्रवार रात को ही स्थाईकरण का आदेश (संख्या जिशिअ/मुख्या./प्राशि/बाड/संस्था-1/स्थाईकरण 2025/525) जारी हुआ, जिससे शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई, लेकिन यह खुशी क्षणभंगुर साबित हुई.
कुछ ही देर बाद रद्द हुआ आदेश
कुछ ही देर बाद शिक्षा विभाग ने दूसरा आदेश जारी कर इस निर्णय को रद्द कर दिया गया. जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) कृष्ण सिंह रानीगांव ने बताया, "आदेश रात जारी किया गया था, लेकिन उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इसे रोक दिया गया. सूत्रों की मानें तो कुछ शिक्षकों के खिलाफ चल रही एसओजी जांच इस रद्दीकरण का कारण हो सकती है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई.
इस घटनाक्रम ने शिक्षकों के बीच मायूसी और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है. दीपावली जैसे बड़े पर्व से पहले स्थाई नौकरी का इंतजार कर रहे इन शिक्षकों के लिए यह खबर किसी सदमे से कम नहीं है. अब सभी की निगाहें शिक्षा विभाग के अगले कदम पर टिकी हैं.
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