
Rajasthan: धर्म और समर्पण की मिसाल पेश करते हुए जैसवाल जैन समाज के प्रतिष्ठित व्यापारियों ने जिन शासन क्षेत्र के निर्माण में ऐतिहासिक योगदान दिया है. समाज के 600 परिवारों, विशेषकर बड़े व्यापारिक परिवारों ने साढ़े 4 किलो सोना और 500 किलो चांदी श्रद्धा से दान किया. वर्तमान बाजार मूल्य के अनुसार यह योगदान 10 करोड़ रुपए से भी अधिक है.
सोने-चांदी के कलश भेंट की
जैन समाज के प्रमुख व्यापारियों ने व्यक्तिगत रूप से सोने-चांदी के कलश, चंवर और अन्य धार्मिक सामग्री भेंट की. 24 तीर्थंकरों के मंदिरों में स्थापित 12-12 किलो चांदी की 24 भव्य प्रतिमाएं भी समाज के व्यापारिक परिवारों की विशेष भेंट से बनी हैं.
निगरानी में 200 CCTV कैमरा लगा
54 फीट ऊंचे भगवान शांतिनाथ की प्रतिमा और 32 फीट ऊंची आचार्य वसुनंदी महाराज द्वारा रचित ग्रंथ की विशाल प्रतिमा इस तीर्थ को दिव्यता प्रदान कर रही है. स्वर्ण कलशों की आभा और चांदी के विशाल छत्र तीर्थ की भव्यता को चार चांद लगा रहे हैं. 25 हथियार बंद सुरक्षा कर्मी और 200 सीसीटीवी कैमरा से रखी जा रही निगरानी.
व्यापारियों का यह योगदान अमूल्य धरोहर
पंच कल्याणक महोत्सव के बाद तीर्थ की सुरक्षा के लिए 25 सशस्त्र गार्ड और 200 सीसीटीवी कैमरों से सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पंच कल्याणक मेला कमेटी अध्यक्ष हेमंत जैन ने कहा कि समाज के व्यापारियों का यह योगदान न केवल धर्म की सेवा है, बल्कि भविष्य के लिए भी एक अमूल्य धरोहर है. जैसवाल जैन समाज के व्यापारियों की यह अनुपम आस्था जिन शासन क्षेत्र को स्वर्णिम युग की ओर ले जा रही है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का शाश्वत स्तंभ बनेगा.
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