
Tonk News: राजस्थान में विधानसभा उपचुनावों के दौरान देवली-उनियारा सीट पर मतदान के दिन विवाद हुआ था. इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था. जिसके बाद समरावात गांव में हिंसा हो गई थी. कई लोगों को इस हिंसा छोटे आईं थीं. अब राज्य सरकार ने इस प्रकरण में पीड़ितों को मुआवजा देने की स्वीकृति दी है.
गृह विभाग ने इस मामले को ‘सांप्रदायिक दंगों, सामाजिक उपद्रवों और आतंकी घटनाओं' जैसी गंभीर श्रेणी में रखते हुए मुआवजा पैकेज मंजूर किया है. समरावता हिंसा में घायल व्यक्तियों, टूटे-फूटे मकानों, जले वाहनों और नष्ट घरेलू सामान के लिए अलग-अलग मुआवजा तय किया गया है. विभाग की ओर से टोंक की कलेक्टर डॉ. सौम्या झा को इस बाबत पत्र भेजा गया है. कुल मिलाकर 30.95 लाख रुपये की राहत राशि प्रभावितों को दी जाएगी.
घायल हुए सात लोगों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा
सरकारी आदेश के मुताबिक़ घटना में घायल हुए सात लोगों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा. जिसमें संजय मीणा, राजंती, बलराम, फूलचंद, कजोड़, दिलबाग और मीठालाल इस राहत के पात्र होंगे. वहीं समरावता के तीन लोगों जगदीश मीणा, फूलचंद मीणा और जलाल मीणा को उनके जले और टूटे मकानों के लिए 50-50 हजार रुपये मंजूर हुए हैं. इसके अलावा जिन लोगों का घरेलू सामान हिंसा के दौरान नष्ट हुआ, उन्हें अधिकतम 25 हजार रुपये तक की आर्थिक मदद मिलेगी.
टीवी के टूटने पर 25 हजार रुपये मुआवजा मिलेगा
समरावता के जमना लाल मीणा को उनके सैमसंग एलईडी टीवी के टूटने पर 25 हजार रुपये मुआवजा मिलेगा. वहीं रामकरण मीणा को जली हुई बकरी और 10 ट्रॉली चारे के नुकसान के लिए अलग-अलग 25-25 हजार रुपये की सहायता दी गई है. रामकरण की आठ बीघा जमीन पर पड़ा चारा हिंसा की आग में जलकर खाक हो गया था.
हर क्षतिग्रस्त फोर व्हीलर के लिए 1 लाख
वाहन क्षति के आंकड़े भी काफी व्यापक हैं. कुल 10 चौपहिया वाहन मुआवजा सूची में शामिल हैं, जिनमें से सात की पहचान हो चुकी है, जबकि तीन के मालिक अब तक अज्ञात हैं. वहीं 39 दुपहिया वाहनों में से 26 बाहरी बताए गए हैं. हर फोर व्हीलर के लिए 1 लाख और टू व्हीलर के लिए 30-30 हजार रुपये का मुआवजा तय किया गया है. जिन वाहनों का बीमा है, उनमें बीमा कंपनियों से मिली राशि को सरकारी मुआवजे में समायोजित किया जाएगा.
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