
Rajasthan Weather: जैसलमेर में अप्रैल महीने में ही गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 40 वर्षों में यह दूसरी बार है जब अप्रैल में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा है. इससे पहले 30 अप्रैल 2018 को पारा 46.1 डिग्री दर्ज किया गया था. वहीं वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर के चलते गुरुवार को सीकर जिले में मौसम परिवर्तन हुआ. सीकर जिला मुख्यालय सहित आसपास के इलाकों में सुबह करीब 5:30 अचानक मौसम का मिजाज बदला और तेज मेघगर्जना के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई, जो करीब आधे घंटे तक रुक-रुककर जारी रहा.
गर्मी से लोगों को मिलेगी राहत
जिले में पिछले दो दिनों से तेज गर्मी का असर देखने को मिल रहा था. न्यूनतम तापमान भी करीब 40 डिग्री पहुंच गया था. अब बारिश होने से तापमान में भी हल्की गिरावट आएगी. आमजन को भी तेज गर्मी से कुछ राहत मिल पाएगी. मौसम विभाग के अनुसार वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते आज कई जगह मौसम परिवर्तन होने की संभावना है.
हीटवेव का रेड अलर्ट जारी
तेज धूप के कारण दोपहर में शहर की सड़कों पर सन्नाटा छा गया, सड़कें तवे की तरह तप रही थीं. बुधवार रात को भी गर्म हवाएं चलने के कारण लोगों को राहत नहीं मिली. आज गुरुवार (17 अप्रैल) को भी मौसम विभाग ने हीटवेव और गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. बीकानेर, नागौर, सीकर, चुरू, झुंझुनूं और जयपुर जिलों तथा आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं सतही हवाएं 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं. मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है.
2025 में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सामान्य से अधिक रहने की संभावना : मौसम विभाग का इस मौसम के दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए दीर्घ अवधि वाला पूर्वानुमान
— PIB in Rajasthan (@PIBJaipur) April 16, 2025
विवरण : https://t.co/5M409AB4KL pic.twitter.com/HQWolzEqSX
47 डिग्री के पार जा सकता है पारा
मौसम विभाग के अनुसार, जैसलमेर में आगामी दो दिनों तक हीटवेव से राहत की संभावना नहीं है. 19 अप्रैल से गर्मी और हीटवेव से कुछ राहत मिल सकती है. जैसलमेर में आज गुरुवार के लिए हीटवेव का रेड अलर्ट और शुक्रवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. उसके बाद मौसम साफ रहने की संभावना है. कृषि मौसम वैज्ञानिक अतुल गालव ने बताया कि गुरुवार रात को भी गर्म हवाएं चलेंगी. आने वाले दिनों में तापमान 47 डिग्री के पार जा सकता है.
पिछले साल 48 के पार पहुंचा था पारा
पिछले वर्ष मई माह में हीटवेव चली थी, जब पूरे महीने में कुल 21 दिनों तक लोगों को झुलसाने वाली गर्मी झेलनी पड़ी थी. उस दौरान अधिकतम तापमान 48.7 डिग्री तक पहुंच गया था. हीटवेव के कारण 4 लोगों की मौत हुई थी, हालांकि चिकित्सा विभाग ने केवल एक मौत की पुष्टि की थी. हीटवेव से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, राजस्थान द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है. साथ ही भीषण गर्मी, बढ़ते तापमान और लू के प्रभाव को देखते हुए आमजन से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की गई है.
यह भी पढ़ें: मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही, बेटे का ऑपरेशन कराने गए पिता की कर दी सर्जरी