
Rajasthan News: अजमेर में लेपर्ड सफारी का कार्य शुरू हो गया है, जो राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के प्रयासों का परिणाम है. इस पहल से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. काजीपुरा जंगल में जूली फ्लोरा की सफाई का कार्य तेज गति से चल रहा है, ताकि वहां ग्रासलैंड विकसित किया जा सके और सफारी के लिए बेहतर माहौल तैयार हो सके. साथ ही, सफारी के लिए आवश्यक सड़क निर्माण और अन्य ढांचागत कार्य भी प्रगति पर हैं.
लेपर्ड सफारी से पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे स्थानीय व्यवसायों को लाभ होगा. बढ़ती पर्यटक संख्या के कारण होटल, परिवहन और दुकानदारों को अधिक ग्राहक मिलेंगे, जिससे व्यापार में वृद्धि होगी. इसके अलावा, सफारी के माध्यम से पर्यटकों को लेपर्ड और उनके प्राकृतिक आवास के बारे में जानने का अवसर मिलेगा. इससे वन्यजीव प्रेमियों और शोधकर्ताओं के लिए यह स्थान विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा.
लेपर्ड सफारी से अच्छा राजस्व प्राप्त होगा
सरकार को भी लेपर्ड सफारी से अच्छा राजस्व प्राप्त होगा, क्योंकि टिकट बिक्री, गाइड सेवाएं और अन्य सुविधाओं से आमदनी होगी. इसके अलावा स्थानीय युवाओं के लिए गाइड, वाहन चालक, होटल प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे. अजमेर और पुष्कर पहले से ही धार्मिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध हैं, लेकिन अब लेपर्ड सफारी के कारण एडवेंचर और इको-टूरिज्म में भी वृद्धि होगी. इससे यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक वन्यजीवों और प्रकृति प्रेमियों के रूप में भी आकर्षित होंगे.
जंगल कटाई जैसी समस्याओं पर भी अंकुश लगेगा
कहा जा रहा है कि लेपर्ड सफारी के ज़रिये वन्यजीव संरक्षण को भी मजबूती मिलेगी. इससे लेपर्ड के प्राकृतिक आवास को संरक्षित करने में मदद मिलेगी और अवैध शिकार व जंगल कटाई जैसी समस्याओं पर भी अंकुश लगेगा. इसके अलावा लोगों में वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, जिससे वे प्रकृति और पर्यावरण को संरक्षित करने के प्रति अधिक सचेत होंगे.
स्थानीय लोग भी सफारी से होने वाले लाभ का हिस्सा बन सकेंगे
वन विभाग और प्रशासन सफारी को विकसित करने के लिए विशेष योजनाएं बना रहे हैं, जिनमें स्थानीय समुदाय की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है. इससे स्थानीय लोग भी सफारी से होने वाले लाभ का हिस्सा बन सकेंगे. अजमेर में लेपर्ड सफारी शुरू होने से यह शहर धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ एडवेंचर और इको-टूरिज्म का नया केंद्र बनेगा. इससे स्थानीय पर्यटन उद्योग को नई दिशा मिलेगी और अजमेर देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख वन्यजीव पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित हो सकेगा.
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