
Rajasthan News: राजस्थान में जोधपुर जिले के पांचबत्ती चौराहे के पास स्वतंत्रता दिवस के दिन एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर दिया. नेहरू कॉलोनी का 13 साल का मासूम लोकेश अपने दोस्तों के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने जा रहा था. तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसकी बाइक को कुचल दिया.
इस हादसे में लोकेश की मौके पर ही मौत हो गई. यह हादसा उस रास्ते पर हुआ जहां से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई VVIP को गुजरना था. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इतने महत्वपूर्ण रास्ते पर सुरक्षा इंतजाम कैसे चूक गए?
स्वतंत्रता दिवस समारोह में अव्यवस्था
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जोधपुर में आयोजित राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में भारी अव्यवस्था की खबरें सामने आई हैं. लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ा.
आज जोधपुर से मिल रही सूचनाओं के अनुसार राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए गए राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में अव्यवस्थाओं से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ा। मीडिया के अनुसार 15 से अधिक बच्चों को कार्यक्रम में डिहाइड्रेशन के कारण अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। कई लोगों को…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 15, 2025
आगे कहा कि गर्मी और अव्यवस्था के कारण 15 से ज्यादा बच्चों को डिहाइड्रेशन की वजह से अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. कई लोगों को वैध पास होने के बावजूद समारोह में प्रवेश नहीं दिया गया. इन खामियों ने सरकार और प्रशासन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने लगाए आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकार की कार्यप्रणाली को निशाने पर लिया. गहलोत ने कहा कि राष्ट्रीय पर्व जैसे मौके पर बच्चों और बुजुर्गों को बुनियादी सुविधाएं न मिलना बेहद शर्मनाक है. उन्होंने हादसे के बाद प्रशासन की उदासीनता पर भी सवाल उठाए. गहलोत ने मांग की कि सरकार भविष्य में ऐसी लापरवाही से बचे और बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करें.
सुरक्षा और संवेदनशीलता की जरूरत
कार्यक्रम के दिन ही सड़क दुर्घटना में एक बालक की मृत्यु हो जाने के बाद भी सरकार और प्रशासन की असंवेदनशीलता साफ नज़र आई. गहलोत ने कहा कि ऐसे अवसरों पर संवेदनशीलता और सुचारु प्रबंधन सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए. गहलोत ने सरकार से अपील की है कि वह इस घटना से सबक ले. भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि कोई और मासूम इस तरह की त्रासदी का शिकार न बने.
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