
Baran News: बारां जिले के किशनगंज थाने में हत्या के आरोपी की संदिग्ध अवस्था में मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. किशनगंज अस्पताल के बाहर परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की है. साथ ही परिजनों का आरोप है कि मृतक युवक को पुलिस ने बीते 5 दिनों से अवैध हिरासत में रखा हुआ था, इस दौरान उसे किसी परिजनों से मिलने भी नहीं दिया जा रहा था.
दरअसल 22 जुलाई को किशनगंज थाना क्षेत्र के रामगढ़ रोड़ पर युवक बबलू मीणा का लहूलुहान हालत में शव मिला था, मामले में पुलिस ने पड़ताल करते हुए उसके ही साथी बराना गाँव निवासी लोकेश सुमन को गिरफ्तार किया था.
परिजनों ने पुलिस पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया
परिजनों के अनुसार पुलिस द्वारा लोकेश सुमन को 22 जुलाई को पकड़ा था. जब से वह अवैध हिरासत में था. पुलिस द्वारा कल 27 जुलाई को इसकी आधिकारिक गिरफ्तारी बताई गई थी, जिसके मीडिया में फुटेज भी जारी किये गए थे, लेकिन आज सुबह थाने के भीतर ही लोकेश सुमन की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. पुलिसकर्मी उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने लोकेश को मृत घोषित कर दिया. थाने में मौत के बाद लोकेश के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है.
अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है
घटना की सूचना पाकर जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता जिला अस्पताल में मौजूद रहा. पुलिस द्वारा मेडिकल बोर्ड से नियमानुसार शव का किशनगंज अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. वहीं अस्पताल पहुंचे परिजन मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. थाने में हिरासत के दौरान हुई इस मौत के बाद पुलिस महकमें में हलचल मची हुई है, पुलिस अधिकारियों ने भी मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया है. वहीं आज ही पदभार ग्रहण करने वाले कोटा आईजी भी मामले पर निगरानी बनाए हुए हैं.
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