
Rajasthan News: राजस्थान का राजसमंद जिला मुख्यालय गुरुवार देर रात उस समय जंग का मैदान बन गया जब एबीएनएल के अधिकारियों ने शहर की सभी स्ट्रीट लाइटें बंद कर दीं. कारण पूछने पर 2 करोड़ 75 लाख रुपये नगर परिषद का पुराना बकाया बिल बताया गया. मार्च माह के चलते रिकवरी का प्रेशर होने के कारण यह कार्रवाई की गई. इससे आक्रोशित होकर नगर परिषद कर्मचारियों ने एबीएनएल के किशोर नगर स्थित कार्यालय में कचरा डाल दिया. दोनों विभागों की लड़ाई सड़क पर आने के बाद शहर की सड़कों पर अंधेरा पसरा गया.
'बिजली विभाग पर भी यूडी टैक्स बकाया'
इस मामले में एबीएनएल के अधिकारियों का कहना है कि हमने कई बार मौखिक और लिखित तौर पर नगर परिषद को बकाया रकम जमा करने के लिए अवगत कराया था, लेकिन नगर परिषद के अधिकारी अब इस पर बात करने के लिए भी तैयार नहीं हैं. उधर, नगर परिषद सभापति अशोक टांक ने बताया कि बिल करीब 92 लाख का बाकी है, जिसमें से 75 लाख डाक किश्तों में जमा कराए जा चुके हैं. इधर विद्युत विभाग के कार्यालय का यूडी टैक्स भी बकाया है. परिषद बाकी रकम जमा करवाने को तैयार है, लेकिन एबीएनएल के अधिकारियों ने बिना कोई सूचना दिए सीधे ही कनेक्शन काट दिए.
राजस्थान दिवस कार्यक्रम की तैयारियों के बीच रार
मामला बढ़ता देख विपक्ष के पार्षद भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने बीच में कूद पड़े. पूरी रात शहर की सड़कों पर अंधेरा रहा, जबकि दोनों विभागीय अधिकारियों के बीच बातचीत के प्रयास जारी हैं. आपको बता दें कि राजसमंद में नगर परिषद द्वारा आने वाले दिनों में गणगौर महोत्सव नव समस्या और राजस्थान दिवस के कार्यक्रम आयोजित होने हैं, जिसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. लेकिन एन वक्त पर आदित्य बिड़ला नुवो लिमिटेड की यह कार्रवाई नगर परिषद की नाक का सवाल बन गई है.
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