
Rajasthan: जोधपुर सेंट्रल जेल में मोबाइल और सिम मिलने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रातानाडा पुलिस ने शनिवार (29 मार्च) को जेल प्रहरी को गिरफ्तार किया. दो अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों युवकों से सिम और मोबाइल लेकर प्रहरी जेल में पहुंचाता था, इनमें से एक युवक ने डेढ़-दो साल में 40-50 सिमें जेल भेजने की बात कबूला है.
पिछले साल जेल में मिले थे मोबाइल
थानाधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि पिछले साल जेल में 16 मोबाइल और 9 सिम जब्त की गई थी, इनमें से दो सिम नागौरी गेट क्षेत्र निवासी हुसैन के नाम थी. पुलिस ने हुसैन को गिरफ्तार किया. पूछताछ में सामने आया कि उसने आकिब के कहने पर 10 सिम खरीदी थी, इनमें से दो सिम आकिब को दी थी. बदले में उसे 500-500 रुपए दिए गए थे.
जेल प्रहरी को सौंपी थी सिमकार्ड
5वीं रोड निवासी आकिब को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. उसने हुसैन के नाम वाली दो सिम जेल में प्रहरी राजेश विश्नोई को सौंपी थी, जो वह जेल के भीतर ले गया था. इस पर पुलिस ने भवाद गांव निवासी जेल प्रहरी राजेश बिश्नोई को गिरफ्तार किया, उससे पूछताछ की जा रही है. हुसैन को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. प्रहरी और आकिब से पूछताछ की जा रही है. जेल में मोबाइल-सिम पहुंचाने के मामले में कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है.
जेल में ड्रग्स, सिम और डाटा केबल बरामद
रातानाउा थानाधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि शनिवार को जेल प्रशासन ने तलाशी ली. वार्ड-4 के बैरिक-3 में दीवार की लोहे की जाली में छिपाकर रखी एक सिम और एक डाटा केबल मिली. अलमारी में बैग के नीचे सिगरेट का एक पैकेट मिला, जिसमें 11 सिगरेट थीं. जेल प्रशासन ने इस सामग्री को कब्जे में लेकर रातानाडा थाना पुलिस को सौंपी.
अज्ञात बंदी के खिलाफ मामला दर्ज किया
शाम को पुलिस ने जेल प्रशासन के साथ संयुक्त तलाशी ली. डेढ़ से दो घंटे तलाशी के समय बैरिक में लावारिस हालत में पांच ग्राम भूरा पाउडर मिला, जो संभवत हेरोइन है. कागज में लिपटी अफीम की कुछ मात्रा भी पुलिस के हाथ लगी. सघन सर्च के चलते किन्हीं बंदियों ने यह मादक पदार्थ फेंक दिए होंगे. जेल प्रशासन की ओर से अज्ञात बंदियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज किया गया है.
यह भी पढ़ें: "ससुर चलाए सरकार, दामाद करे जमकर भ्रष्टाचार!" डोटासरा ने मंत्री बेढम से मांगा इस्तीफा