Ravindra Singh Bhati: राजस्थान के बाड़मेर स्थित शिव विधानसभा के विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने जैसलमेर किसानों की बिजली समस्याओं को लेकर डिस्कॉम के बाड़मेर जैसलमेर चीफ़ से मुलाकात कर जल्द समाधान हेतु वार्ता की,करीब 1 घंटे भर चली वार्ता के दौरान भाटी कई मुद्दों पर लिखित में आश्वासन चाहते थे जिसको लेकर उन्होंने डिस्कॉम कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी. हालांकि लंबी वार्ता के बाद कई मुद्दों पर सहमति बनने के बाद मामला सुलझ गया. लकिन रविंद्र भाटी ने डिस्कॉम कर्मचारियों पर कई आरोप लगाए.
शिव विधायक ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इन दिनों जिले में रबी की सीजन चल रही है. सरकार 8 घंटे बिजली देने के दावे कर रही है. लेकिन मुश्किल से 4 घंटे भी निर्बाध रूप से बिजली नहीं मिल रही है. ऐसे में किसानों ने फसलों की बुआई तो कर ली. लेकिन अब सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. फसलें जल रही है और किसान खून के आंसू रो रहे हैं.
डिस्कॉम अधिकारी हैं बेपरवाह
रविंद्र भाटी ने कहा कि डिस्कॉम के अधिकारी बेपरवाह हैं. किसी भी जीएसएस में बिजली शेड्यूल की लॉग बुक तक मेंटेन नहीं है. बार-बार बिजली ट्रिपिंग हो रही है. फॉल्ट की शिकायत पर कई दिनों तक कार्यवाही नहीं होती. कार्मिक फोन तक रिसीव नहीं करते. इससे परेशान किसान कई जगह धरने दे रहे हैं, प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन डिस्कॉम इस पर ध्यान नहीं दे रहा है. ऐसे में जनप्रतिनिधि होने के नाते फर्ज बनाता है किसानों की इस गंभीर समस्या को लेकर हक की लड़ाई लड़े. इसी को लेकर आज अधिकारियों से मिले है उचित आश्वासन मिला है. यदि समय रहते किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो मजबूरन धरने पर बैठने पर मजबूर होना पड़ेगा.
JEN के साथ मारपीट की घटना राजनीति से प्रेरित
कुछ दिन शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी की बिजली समस्याओं को लेकर आयोजित जनसुनवाई में JEN को लताड़ लगाने और उसके बाद JEN द्वारा कुछ लोगों के विरुद्ध मारपीट करने और राजकार्य में बाधा के मामले में कहा की. किसान बिजली की समस्या को लेकर सुनवाई हेतु आएं थे. लेकिन अधिकारियों ने कोई उचित आश्वासन नहीं दिया. भीड़ ज्यादा थी तो कुछ छीना छपट्टी हुई होगी, मेरा जनप्रतिनिधि होने के नाते लापरवाही सामने आने पर जवाब मांगने का हक था. लेकिन अधिकारी काम करना नहीं चाहते इससे बचने के लिए इस तरह आरोप लगाते है मामला राजनीति से प्रेरित हैं.
डिस्कॉम कार्मिकों पर रिश्वत के आरोप, लेन देन के स्क्रीन शॉट हैं मेरे पास
इस दौरान रविंद्र सिंह भाटी ने डिस्कॉम कार्मिकों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी कई कई दिनों तक GSS नहीं आते किसानों को संतुष्ट जवाब तक नहीं मिलता हैं. एक ही इलाके में भेदभाव करते हुए मनमर्जी से अपने चहेतों को नियमित रूप से भी बिजली देते हैं. त्रस्त किसान अपनी पुकार लेकर इन कार्मिकों के पास पहुंचती है. रिश्वत मांगी जाती हैं कई ऐसे कार्मिक है जो पैसे ले रहे हैं. जिसके स्क्रीन शॉट उनके पास आज अधिकारियों दिए हैं. यदि कार्यवाही नहीं हुई तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोषी कार्मिकों के नामों का खुलासा किया जाएगा.
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