राजस्थान के बाड़मेर ज़िले की कलेक्टर आईएएस टीना डाबी को 'रील स्टार' (Reel Star) कहने पर पर छात्रों को हिरासत में लेने के मामले में अब उनका बयान सामने आया है. एनडीटीवी से बात करते हुए उहोंने सभी आरोपों को खारिज किया है और बताया है कि पूरी घटना क्या है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से टीना डाबी लगातार चर्चा में हैं और सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं. टीना डाबी के साथ सोशल मीडिया पर हैशटैग 'रील स्टार' लिखा जा रहा है. यह मामला बाड़मेर जिले के मुल्तानमल भीखचंद छाजेड़ महिला कॉलेज से जुड़ा है. वहां पिछले शनिवार, 20 दिसंबर को छात्र फीस में बढ़ोतरी का विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे. वहां प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के दो छात्र नेताओं ने टीना डाबी को 'रील स्टार' कह दिया. आरोप है कि इसके बाद पुलिस ने दो छात्रों को हिरासत में ले लिया गया और इसके बाद इस मामले ने विवाद का रूप ले लिया.
पूरा मामला और छात्रों का आरोप
दरअसल, शनिवार को बाड़मेर की एमबीसी गर्ल्स कॉलेज के सामने छात्र फीस में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने अचानक से फीस दोगुनी कर दी है. पहले जहां फीस 1400 रुपए थी, अब 3100 रुपए कर दी गई है. प्रदर्शन कर रहे छात्र टीना डाबी से मिलना चाहते थे और इसी दौरान विवाद हो गया.
कॉलेज की एकछात्रा हिना खत्री ने बताया,"हम अपनी मांगों को लेकर मैडम से मिलना चाहते थे, लेकिन चार घंटे बैठे रहने के बाद भी वे नहीं आई. इसके बाद एक टीचर आए और कहा कि मैडम आपकी रोल मॉडल हैं. इसके बाद पर छात्र नेताओं ने जवाब दिया कि अगर मैडम हमारी रोल मॉडल होती तो वह हमारे बीच होतीं. हमारे रोल मॉडल अहिल्याबाई होल्कर और रानी दुर्गावती जैसी ऐतिहासिक हस्तियां हैं. मैडम सफाई अभियानों में भाग लेती हैं. केवल वही जाती है जहां रील बनती हो. हमारी समस्या सुनने नहीं आ सकती."
इसी प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने बाड़मेर कलेक्टर को रील स्टार कह दिया. छात्रों का आरोप है कि इसके बाद एबीवीपी से जुड़े छात्र नेता पवन और करणपाल को पुलिस ने हिरासत में लिया. दोनों एबीवीपी में विभाग संगठन मंत्री हैं. इसके साथ ही छात्रों ने आरोप लगाया कि यदि उन्होंने गलत किया था तो पुलिस कार्रवाई करने के लिए धरना खत्म होने का इंतजार क्यों कर रही थी, पहले ही कार्रवाई क्यों नहीं की गई.
देखिए छात्रों का आरोप - Video
The arrest of students for expressing their views is deeply condemnable and strikes at the very core of democratic values. When police officials asked the protesting girls to speak to the Collector, IAS Tina Dabi, referring to her as a “real star,” ABVP students clearly responded… pic.twitter.com/xrfxxiievz
— ABVP (@ABVPVoice) December 22, 2025
टीना डाबी का बयान
अब इस मामले पर टीना डाबी ने अपना पक्ष रखा है. उन्होंने एनडीटीवी को भेजे एक बयान में कहा है कि यह सारा विवाद सस्ती लोकप्रियता पाने की वजह से बढ़ाया जा रहा है.
टीना डाबी ने बयान में कहा," शनिवार को कुछ छात्र फीस बढ़ाने से जुड़ा मामला सुलझ जाने के बावजूद सड़क जाम कर रहे थे. वे माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे. इसलिए पुलिस बातचीत और स्थिति शांत करने के लिए उन्हें थाने ले गई. इसके दो घंटे बाद वापस चले गए और मौके पर मामला पूरी तरह समाप्त हो गया. अब यह मामला केवल सोशल मीडिया पर जिंदा है. किसी के साथ कोई गलत व्यवहार, हिरासत या गिरफ्तारी नहीं हुई है. सोशल मीडिया पर जो चीजें चल रही हैं, वे सिर्फ बदनाम करने और सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश हैं."
बाड़मेर पुलिस का पक्ष
इस मामले पर बाड़मेर के कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में किसी को भी न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है. थाना प्रभारी ने कहा ैक कि केवल स्थिति को शांत करने के लिए चार लड़कों को थाने लाया गया था और बाद में उन्हें जाने के लिए कह दिया था. इसके बाद छात्र-छात्राएं थाने के पास इकट्ठा हो गए और प्रशासन से माफी की मांग करने लगे. वे कुछ समय तक वहीं डटे रहे. पुलिस ने किसी छात्र या छात्रा के साथ भी कोई दुर्व्यवहार नहीं किया.
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