
केंद्र सरकार के हिट एंड रन को बनाए गए नए कानून के विरोध में अब ट्रकों के साथ साथ बस ड्राइवर भी शामिल हो गए. सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में बसों का आवागमन बंद कर दिया गया है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विरोध का असर प्रदेश के कई जिलों में देखा जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक डूंगरपुर जिले के साबला में भी ड्राइवरों ने बांसवाडा-उदयपुर स्टेट हाइवे जाम कर दिया. करीब आधे घंटे तक ट्रैफिक जाम के बाद ड्राइवरों ने सरकार से नए कानून को वापस लेने की मांग की है, जबकि बारां जिले के चार मूर्ति चौराहे पर बस व ट्रक ड्राइवरों ने टायर जलाकर प्रदर्शन करके सरकार से नए बिल को वापस लेने की मांग की है. .
बस चालकों ने बताई अपनी परेशानी
बस चालकों ने कहना है कि यदि दुर्घटना के समय वे लोग घायल मरीज को उठाते हैं तो बहुत बार भीड़ मारपीट करती है और यदि वहां से भागते हैं तो इस कानून के माध्यम से कड़ी सजा मिलेगी. ऐसे में उनके सामने बड़ी दुविधा है. उन्होंने कहा कि इस कानून के तहत टक्कर मारकर भागने वाले चालक को 10 साल तक की सजा और भारी जुर्माना से का प्रावधान है.
कई रूटों पर बंद हुआ बसों का आवागमन
केंद्र के नए हिट एंड रन कानून के विरोध में सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में निजी और रोडवेज बसों का आवागमन बंद है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है. बस चालक कुलदीप सिंह मान ने बताया कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी, तब तक बसों का आवागमन शुरू नहीं किया जाएगा. प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपे जाएंगे.
हड़ताल के चलते व्यापारियों को हो रहा नुकसान
ट्रकों के हड़ताड़ के चलते हनुमानगढ़ से अबोहर और संगरिया से श्रीगंगानगर सहित कई मार्गों पर रोडवेज और निजी बसों का आवागमन बंद है, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है.व्यापारी दीपक खुराना ने बताया कि इस समय किन्नू की बंपर फसल है और यह 5 से 6 दिन में खराब हो जाती है.
बर्बाद हो रहे हैं ट्रकों में लोड हुए किन्नू
राजस्थान का श्रींगंगानगर किन्नू के बागानों के लिए मशहूर हैं, जहां से देश और विदेश में किन्नू भेजे जाते हैं, लेकिन हड़ताल के चलते ट्रकों में लोड किए हुए किन्नू खराब हो रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि अगर हड़ताल लंबी चली तो पेट्रोल और डीजल के टैंकरों के समय पर नहीं पहुंचने से पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल भी नहीं मिल पाएगा.
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